By Sanjiv Kr SinhaEdited By: Prateek Jain
Updated: Wed, 01 Feb 2023 05:34 PM (IST)
Muzaffarpur दरभंगा के सदर थाना क्षेत्र में करीब सात साल पूर्व हुई पैक्स अध्यक्ष की हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपित प्रेमरंजन सिंह उर्फ डब्ल्यू सिं ...और पढ़ें
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता: दरभंगा के सदर थाना क्षेत्र में करीब सात साल पूर्व हुई पैक्स अध्यक्ष की हत्या मामले में फरार चल रहे आरोपित प्रेमरंजन सिंह उर्फ डब्ल्यू सिंह को मुजफ्फरपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नगर डीएसपी राघव दयाल ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि दरभंगा पुलिस उसे हत्या के मामले में ले जाएगी।
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साली की शादी समारोह के दौरान किया गया गिरफ्तार
गुप्त सूचना पर सदर थाने की पुलिस ने सोमवार की रात मधौल-रामदयालु स्थित एक विवाह भवन में साली के शादी समारोह के दौरान उसे गिरफ्तार किया था। पहले आरोपी ने हत्या मामले में जमानत मिल जाने की बात कहकर पुलिस को गुमराह किया, लेकिन कोर्ट से संपर्क करने पर पुलिस को पता चला कि उसके विरुद्ध हत्या मामले में वारंट निर्गत है।
हत्या के बाद से बदल दिया था ठिकाना
पुलिस का कहना है कि डब्ल्यू सिंह सीतामढ़ी विशुनपुर का रहने वाला है। दरभंगा में उसका ससुराल है। 2015 में अनदामा निवासी पैक्स अध्यक्ष वहां पहुंचा था। वहीं पैक्स अध्यक्ष के फुआ का ससुराल है। इसी बीच दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया और पैक्स अध्यक्ष की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मामले में डब्ल्यू व उसकी पत्नी पर प्राथमिकी कराई गई थी, उसकी पत्नी जमानत पर है।
जांच में पता चला कि पुलिस से बचने के लिए उसने ठिकाना बदल दिया था और भिखनपुरा में किराये का मकान लेकर रह रहा था। यहां के लोग उसे प्रेम नाम से जान रहे थे, जो खुद को सामाजिक कार्यकर्ता बताकर रह रहा था। गिरफ्त में आने के बाद उसकी कई आपराधिक घटनाओं में संलिप्तता की बात सामने आई हैं। इसके मद्देनजर पुलिस की कार्रवाई चल रही है। सदर थानाध्यक्ष सत्येंद्र मिश्रा ने बताया कि हत्या मामले में उसे गिरफ्तार किया गया है, उसे जल्द दरभंगा पुलिस के हवाले किया जाएगा। इसके लिए दरभंगा पुलिस से संपर्क किया गया है।
कई जनप्रतिनिधियों के पैरवी से पुलिस रही परेशान
डब्ल्यू को थाने से छुड़ाने के लिए मंगलवार को सदर थाने पर पैरवीकारों की भीड़ लगी रही। पुलिस का कहना है कि कई जनप्रतिनिधियों की डब्ल्यू के लिए पैरवी भरे कॉल आए। हालांकि, किसी की बात नहीं सुनी गई। वहीं, पैरवी के कारण पुलिस परेशान रही।
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