Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बीआरएबीयू में इंटर्नशिप नीति नहीं बनने से उलझे स्नातक छात्र, एक लाख से अधिक प्रभावित

    By Prashant Kumar Edited By: Ajit kumar
    Updated: Wed, 24 Dec 2025 06:11 PM (IST)

    बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के छात्रों के लिए इंटर्नशिप पालिसी अब तक तैयार नहीं हो पाई है, जिससे करीब एक लाख विद्यार्थी ...और पढ़ें

    Hero Image

    BRABU internship policy:विलंब सत्र से दिसंबर में हुई परीक्षा फिर भी प्रारूप नहीं। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। BRABU internship policy: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में नामांकित एक लाख से अधिक विद्यार्थियों के लिए अब तक इंटर्नशिप नीति को अंतिम रूप नहीं दे सका है। सत्र में लगातार हो रही देरी और इंटर्नशिप के तय समय निकल जाने से छात्र असमंजस की स्थिति में हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    स्नातक पाठ्यक्रम के नियमानुसार पांचवें सेमेस्टर के विद्यार्थियों को गर्मी की छुट्टियों के दौरान इंटर्नशिप करनी होती है। इसके लिए पाठ्यक्रम में 60 घंटे की इंटर्नशिप और चार क्रेडिट का प्रावधान है। सामान्य स्थिति में चौथे सेमेस्टर की परीक्षा अप्रैल–मई में होनी चाहिए थी, ताकि छात्र परीक्षा के बाद समर ब्रेक में इंटर्नशिप पूरी कर सकें।

    हालांकि सत्र में देरी के कारण सत्र 2023–27 के छात्रों की परीक्षा दिसंबर में आयोजित हुई, जबकि प्रायोगिक परीक्षाएं जनवरी तक चलेंगी। ऐसे में इंटर्नशिप के लिए तय समय समाप्त हो चुका है। यदि विश्वविद्यालय अब इंटर्नशिप नीति जारी करता भी है, तो विद्यार्थियों को कक्षाओं के साथ-साथ इंटर्नशिप करना पड़ेगा, जो व्यावहारिक रूप से चुनौतीपूर्ण होगा।

    पांचवें सेमेस्टर की कक्षाएं अगले महीने से कॉलेजों में शुरू होने वाली हैं। इससे पहले इंटर्नशिप को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिलने से छात्र लगातार कॉलेज और विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं। छात्र संगठनों का कहना है कि स्पष्ट नीति के अभाव में विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग रहा है।

    बताया जा रहा है कि निदेशालय स्तर पर आयोजित बैठक में सभी विश्वविद्यालयों को एक समान इंटर्नशिप नीति तैयार करने का निर्देश दिया गया था। इसी के तहत बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में भी ऑनलाइन इंटर्नशिप जैसे विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, लेकिन अब तक कोई औपचारिक घोषणा नहीं हुई है।

    इस संबंध में डीएसडब्ल्यू डॉ. आलोक प्रताप सिंह ने बताया कि स्नातक पांचवें सेमेस्टर में इंटर्नशिप कराई जानी है और इसके लिए नीति का प्रारूप जल्द तैयार किया जाएगा। विश्वविद्यालय स्तर पर इस पर कार्य चल रहा है।

    इधर, समय पर नीति जारी नहीं होने से छात्रों में असमंजस और चिंता का माहौल बना हुआ है। छात्रों का कहना है कि यदि जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो पढ़ाई और इंटर्नशिप दोनों प्रभावित होंगी।