BPSC प्रधान शिक्षकों के लिए बड़ी खबर, 9 से 13 तारीख के बीच जरूर निपटा लें ये काम
BPSC द्वारा आयोजित बिहार प्रारंभिक विद्यालय प्रधान शिक्षक नियुक्ति में सफल अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच 9 दिसंबर से होगी। सत्यापन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक डीआरसीसी सिकंदरपुर में होगा। अभ्यर्थियों को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और प्रमाणपत्रों की मूल प्रतियां लानी होंगी। सत्यापन के बाद प्रमाणपत्रों की चार स्थितियां हो सकती हैं सही पाया गया संदेहास्पद प्रथम दृष्टया फर्जी या मूल प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने में असमर्थ।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की ओर से आयोजित बिहार प्रारंभिक विद्यालय प्रधान शिक्षक नियुक्ति में सफल हुए अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच की जाएगी। प्रमाणपत्रों की जांच नौ दिसंबर से होगी। शिक्षा विभाग ने इसके लिए शेड्यूल जारी कर दिया गया है। अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन पदस्थापन जिले में ही होगा। डीआरसीसी सिकंदरपुर में प्रमाणपत्रों की जांच की जाएगी।
विभाग ने पांच स्लॉट निर्धारित किए हैं। सत्यापन सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक किया जाएगा। पहला स्लॉट सुबह नौ से 10.30, दूसरा स्लॉट 10.30 से 12 बजे, तीसरा स्लॉट 12 से 1.30, चौथा स्लॉट दो से 3.30 और पांचवां स्लॉट 3.30 से पांच बजे तक होगा। नौ से 13 दिसंबर तक प्रधान शिक्षकों और 12 व 13 दिसंबर को प्रधानाध्यापकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन होगा।
एसएमएस से मिलेगी स्लॉट की जानकारी
स्लॉट की जानकारी मुख्यालय स्तर से मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम आएगी। शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर तिथि व स्लॉट की भी जानकारी अपलोड की जाएगी। वहीं, अभ्यर्थियों को कहा गया कि प्रमाणपत्रों के सत्यापन के दौरान रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर साथ में रखना अनिवार्य है। उसपर ओटीपी आएगा। इसके बाद ही सत्यापन का कार्य शुरू हो सकेगा। निर्धारित टाइम व स्लॉट में ही अभ्यर्थियों का सत्यापन हो सकेगा। यदि कोई अभ्यर्थी काउंसलिंग में शामिल नहीं होते हैं तो उनके लिए अलग से शेड्यूल बनेगा।
सत्यापन के लिए इन प्रमाणपत्रों को लाना होगा साथ:
अभ्यर्थियों को सत्यापन के दौरान बीपीएससी की प्रधान शिक्षक नियुक्ति परीक्षा-2024 का मूल प्रवेश पत्र की स्वअभिप्रमाणित प्रति, मूल आधार प्रमाणपत्र व उसकी स्वअभिप्रमाणित छायाप्रति, सभी शैक्षणिक और प्रशैक्षणिक प्रमाणपत्रों की मूल व आयोग के वेबसाइट पर अपलोड प्रमाणपत्रों की डाउनलोड प्रति लाना है।
वेबसाइट से अपलोड प्रमाणपत्र जिसमें बीपीएससी का वाटरमार्क प्रदर्शित हो लाना जरूरी है। दूसरी ओर, जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से जारी आठ वर्षों का शिक्षण अनुभव का प्रमाणपत्र , परीक्षा के समय दी गयी तस्वीर की तीन पासपोर्ट आकार की प्रति, आरक्षण दावा से संबंधित मूल प्रमाणपत्र, पैन कार्ड की स्वअभिप्रमाणित छाया प्रति लेकर भी आना है।
सत्यापन के लिए विभाग ने निर्देश दिया कि जांच के क्रम में चार स्थिति उत्पन्न हो सकती है। सत्यापन के बाद प्रमाणपत्र मिलान के बाद सही पाया गया, प्रमाणपत्र संदेहास्पद, प्रथम दृष्टया फर्जी पाया गया या अभ्यर्थी अपना मूल प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने में असमर्थ रहा। जांच के दौरान इसे अंकित करना है।
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