Updated: Tue, 29 Apr 2025 08:55 PM (IST)
रेलवे में फर्जी भर्ती मामले में ईडी के निर्देशानुसार कार्रवाई शुरू हो गई है। पटना से आई टीम ने सोनपुर रेल थाने से अब तक की जांच का ब्यौरा लिया है। 2500 करोड़ के फर्जी खाते की जांच जारी है जिसमें बेरोजगारों से ठगी की रकम जमा है। इस मामले में 10 जालसाज़ जेल में हैं जिनसे पूछताछ की तैयारी है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। रेलवे फर्जी भर्ती मामले में ईडी के डायरेक्टोरेट के आदेश पर पटना से आई टीम ने सोनपुर रेल थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार से अब तक की पूरी कार्रवाई का ब्योरा लिया है। इसके साथ ही जेल में बंद 10 जालसाजों से पूछताछ की तैयारी शुरू कर दी है।
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इतना ही नहीं, गुजरात में फर्जी भर्ती से जुड़े खातों की भी जांच की जाएगी। दैनिक जागरण में 2500 करोड़ के फर्जी खाते की खबर राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित होने के बाद रेलवे बोर्ड के साथ ईडी का दिल्ली डायरेक्टोरेट भी हरकत में आया है। फर्जी भर्ती खेल में रेल पुलिस के अलावा आरपीएफ क्राइम ब्रांच की टीम और सीबीआइ भी अलग से कार्रवाई में जुटी है।
बेरोजगार युवकों को दिया जाता झांसा
बता दें कि सोनपुर रेल थानाध्यक्ष के साथ आरपीएफ क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ने यूपी और गुजरात जाकर जांच की थी। इस दौरान 2500 करोड़ के खाते की जानकारी मिली। जिसमें बेरोजगार युवकों को झांसा देकर लिए गए पैसा रखे जाते थे। उस खाते की जांच कर जब्त करने की कार्रवाई चल रही है।
इन राज्यों में फैला है नेटवर्क
उक्त खाते में इतनी बड़ी रकम होने से पुलिस को भी काफी सावधानियां बरतनी पड़ रही हैं। रेलवे फर्जी भर्ती का जाल बिहार से लेकर गुजरात, यूपी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बंगाल, झारखंड, दिल्ली आदि जगहों तक फैला हुआ है। टीटीई बनकर जांच करते पकड़ाने पर मामले का उद्भेदन सोनपुर स्टेशन पर तीन दिसंबर 2024 को हुआ था।
उन तीन युवकों से पूछताछ के बाद रेलवे में फर्जी भर्ती का मामला सामने आया था। जांच के क्रम में करीब 10 जालसाजों को जेल भेजा गया, उसमें फर्जी टीटीई भी शामिल हैं। उनसे सात-आठ लाख रुपये सोनपुर रेल मंडल के एडीआरएम के रसोइया द्वारा ठगी की गई थी। पुलिस उक्त रेल कर्मी को भी जेल भेज चुकी है।
उसके बाद फर्जी भर्ती से जुड़े बैंक खातों से काले धन को सफेद करने का पता चला। इसमें 2500 करोड़ से अधिक की राशि जमा है।
इतनी बड़ी राशि खाते में होने के कारण इसे फ्रीज करने के लिए जीआरपी द्वारा उच्चाधिकारी से अनुमति मांगने पर मिल गई है। यह खाता गुजरात के वलसाड स्थित आइसीआइसीआइ बैंक की शाखा में है। शाखा प्रबंधक को इसकी जानकारी दे दी गई है, ताकि जमा-निकासी पर रोक लगाई जा सके।
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