बिहार के एक और शहर में 300 करोड़ का निवेश प्रस्ताव, सैकड़ों युवाओं को मिलेगा रोजगार
Bihar investment news: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार देने की नीति पर ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए योजनाएं भी उसी आधार ...और पढ़ें

Food Processing Industry: मोतीपुर में निवेश के प्रस्ताव से रोजगार के अवसर बढ़ने की उम्मीद है। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Food processing unit Bihar: बिहार में औद्योगिक निवेश को लेकर सकारात्मक माहौल बनता जा रहा है। इससे निवेशक अब यहां अपनी यूनिट लगाए जाने की योजना पर विचार करने लगे हैं।
इसी कड़ी में मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर क्षेत्र में करीब 300 करोड़ रुपये के निवेश से ब्रायलर ब्रीडर, एडवांस्ड फार्मिंग और फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने का प्रस्ताव सामने आया है। इस परियोजना के शुरू होने से सैकड़ों स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
प्रस्तावित यूनिट को लेकर अनमोल फीड्स प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों ने उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल से मुलाकात कर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट सौंपी। उद्योग मंत्री ने कंपनी को हरसंभव सहयोग और समय पर भूमि उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है। कंपनी ने यूनिट स्थापना के लिए अपने स्तर से लगभग 50 एकड़ भूमि का चयन किया है।
कंपनी प्रबंधन के अनुसार यह उनकी पांचवीं यूनिट होगी। इससे पहले बेला औद्योगिक क्षेत्र में मुर्गी दाना की तीन इकाइयां और मेगा फूड पार्क में एक यूनिट सफलतापूर्वक संचालित की जा रही है।
नई प्रस्तावित यूनिट में आधुनिक तकनीक के माध्यम से करीब 10 लाख ब्रायलर मुर्गियों के पालन और प्रसंस्करण की व्यवस्था की जाएगी। तैयार उत्पादों की आपूर्ति देश के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी की जाएगी।
कंपनी अधिकारियों ने कहा कि बिहार में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण मिल रहा है। जिला प्रशासन, संबंधित विभागों और स्थानीय किसानों का सहयोग निवेशकों के लिए उत्साहजनक है।
अब तक कंपनी जिले में लगभग 100 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है, जिससे 1100 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है।
नई यूनिट के चालू होने के बाद करीब 300 अतिरिक्त लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। भूमि उपलब्ध होते ही एक वर्ष के भीतर यूनिट को कार्यशील बनाने की योजना है।
कंपनी की देशभर में कुल 11 यूनिट संचालित हैं और बिहार में कच्चे माल की सहज उपलब्धता के कारण उत्पादन लागत भी प्रतिस्पर्धी बनी हुई है।
यह निवेश न केवल स्थानीय रोजगार के अवसर बढ़ाएगा, बल्कि कृषि, पशुपालन और खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े किसानों और उद्यमियों को भी नई संभावनाएं प्रदान करेगा।
सरकार एक साथ कई फ्रंट पर काम कर रही है। एक ओर नौकरी दी जा रही है। दूसरी ओर निवेश बढ़ाकर रोजगार के अवसर बढ़ाए जा रहे हैं तो तीसरी ओर स्वरोजगार के लिए भी लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।

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