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    और कंपाएगी ठंड! जेट हवाओं के असर से 31 दिसंबर तक कोल्ड वेव का अलर्ट

    By Ajit kumarEdited By: Ajit kumar
    Updated: Fri, 26 Dec 2025 07:25 PM (IST)

    Jet Stream Effect India: ठंड और बढ़ने की आशंका है। जेट हवाओं के प्रभाव के कारण मौसम विभाग ने 31 दिसंबर तक कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। तापमान में ...और पढ़ें

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    Cold Wave Alert North Bihar: सुबह के समय मध्यम स्तर का कुहासा छाए रहने की संभावना है। जागरण

    डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरपुर। Bihar Weather Forecast: उत्तर बिहार में ठंड का प्रकोप और तेज होने वाला है। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा, पूसा द्वारा जारी मध्यावधि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार 27 से 31 दिसंबर के बीच तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा सकती है। उत्तर-पश्चिम भारत में सक्रिय मौसमीय सिस्टम के प्रभाव से ठंड बढ़ने के संकेत हैं।

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    मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए सत्तार के अनुसार हवा में नमी की मात्रा अधिक रहने और लगातार पछुआ हवाएं चलने के कारण उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में सर्दी और तीखी हो सकती है। जेट हवाओं के प्रभाव से क्षेत्र में कोल्ड वेव जैसी स्थिति बने रहने की संभावना जताई गई है।

    पूर्वानुमान के मुताबिक इस अवधि में अधिकतम तापमान 15 से 16 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। सुबह के समय मध्यम स्तर का कुहासा छाए रहने की संभावना है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो सकती है।

    मौसम विभाग ने बताया कि 5–6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चल सकती है। सुबह के समय सापेक्ष आर्द्रता 90 से 95 प्रतिशत और दोपहर में 45 से 50 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है। हालांकि, पूरे पूर्वानुमान काल में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई है।

    मौसम विशेषज्ञों ने लोगों को खासकर सुबह और देर रात के समय ठंड से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है। वहीं किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए आवश्यक सावधानी बरतने का सुझाव दिया गया है।

    किसानों के लिए कृषि सलाह

    कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को फसलों को पाले से बचाने के लिए खेतों में हल्की सिंचाई बनाए रखने की सलाह दी है। आलू और सब्जी की फसलों में रोग नियंत्रण के लिए आवश्यकतानुसार अनुशंसित दवाओं के छिड़काव की बात कही गई है। गेहूं की फसल में सिंचाई के बाद संतुलित उर्वरक का प्रयोग करने से उत्पादन बेहतर रहेगा।

    सरसों की फसल में कीट प्रकोप की आशंका को देखते हुए समय पर निगरानी और दवा छिड़काव की सलाह दी गई है। वहीं, मक्का और दलहन फसलों में नमी बनाए रखने पर जोर दिया गया है, ताकि ठंड से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।

    कृषि मौसम विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे मौसम पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए कृषि कार्य करें और ठंड के इस दौर में फसलों की नियमित निगरानी बनाए रखें।