दाखिल-खारिज में सुस्ती पड़ेगी अंचलों को भारी, कार्रवाई की तैयारी में विभाग; 10 लोगों की लिस्ट तैयार
वरीय पदाधिकारियों के निर्देश के बाद भी आम जनता से जुड़े कार्यों को समय से नहीं पूरा करने और दाखिल-खारिज के आवेदनों को बिना कारण के अस्वीकृत करने के मामले में विभाग बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में है। राजस्व विभाग ने इस मामले में लगातार खराब परफार्मेंस वाले दस अंचलों की लिस्ट मांगी है जिन पर जल्द ही कार्रवाई की जा सकती है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। दाखिल-खारिज (Bihar Jamin Dakhil Kharij) और परिमार्जन के आवेदनों को लंबे समय तक लंबित रखने वाले अंचलों पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। राज्य के ऐसे दस अंचलों की सूची बनाई जा रही है, जो पिछले चार माह से लगातार इस मामले में खराब प्रदर्शन कर रहे हैं।
जनता से जुड़े काम समय पर नहीं कर रहे अंचल
- वरीय पदाधिकारियों के निर्देश के बावजूद आम जनता से जुड़े कार्यों का निर्धारित समय के अंदर निष्पादन नहीं करने वाले राजस्व कर्मचारी और अंचलाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
- दरअसल, पिछले दिनों मुख्य सचिव ने दाखिल-खारिज और परिमार्जन से जुड़े मामले की समीक्षा की थी। इस दौरान पाया कि विभागीय निर्देशों के अनुसार अंचलों में काम नहीं हो रहा है।
दाखिल-खारिज के आवेदनों में भी चल रहा खेल
दाखिल-खारिज के आवेदनों को बिना कारण के अस्वीकृत करने का खेल भी अंचलों में चल रहा है, जबकि आवेदनों को अस्वीकृत करने के समय उचित कारण लिखना अनिवार्य है। इसके बाद अभी भी राज्य के कई अंचलों में ऐसा कार्य किया जा रहा है।
सामने आए दाखिल-खारिज के आवेदनों को लंबित रखने के मामले
इसके अलावा दाखिल-खारिज के आवेदनों को 45 और 75 दिन बाद भी लंबित रखने के कई मामले सामने आए हैं। मुख्य सचिव ने इसपर नाराजगी जताई। उन्होंने सभी समाहर्ताओं को इससे अवगत कराया है।
दस ऐसे अंचलों की सूची मांगी है, जो पिछले चार माह से लगातार खराब प्रदर्शन कर रैंकिंग में निचले स्तर पर बने हुए हैं। उनकी सूची उपलब्ध कराने को कहा है। अब रैंकिंग में निचले स्तर पर बने होने के आधार पर विभाग की ओर से कार्रवाई की जा सकती है।
कांटी के राजस्व कर्मचारी हो चुके निलंबित
आपको बता दें कि कांटी अंचल के राजस्व कर्मचारी को पिछले माह डीएम ने कार्यों में शिथिलता बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया था।
इनपर भी बिना कारण आवेदनों को लंबित रखने समेत कई आरोप सत्य पाए गए थे। इसके अलावा मीनापुर, कुढ़नी और कांटी के सीओ से पिछले दिनों स्पष्टीकरण मांगा गया है।
अब राजस्व विभाग की रडार पर खराब परफार्मेंस वाले दस अंचल हैं, जिन पर जल्द ही एक्शन लिया जा सकता है। ऐसे में देखना होगा कि आने वाले समय में अंचलों द्वारा अपने काम में सुधार किया जाता है या फिर राजस्व विभाग उन पर कोई एक्शन लेता है।
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