Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Jamin Survey: मुजफ्फरपुर में जमीन सर्वे के बीच आई बड़ी समस्या, 11 अंचलों से खतियान गायब

    मुजफ्फरपुर में जमीन सर्वे के दौरान एक बड़ी परेशानी सामने आई है। जिले के 11 अंचलों के 40 मौजा का खतियान अंचल अभिलेखागार से गायब हो गया है। इससे स्कैनिंग का कार्य बाधित हो गया है। विभाग के सचिव ने इस मामले में संज्ञान लिया है और समाहर्ता को पत्र भेजकर गायब खतियान को जल्द से जल्द खोजने का निर्देश दिया है।

    By babul deep Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Tue, 01 Apr 2025 11:43 AM (IST)
    Hero Image
    मुजफ्फरपुर में जमीन सर्वे के बीच खतियान ने बढ़ाई टेंशन (जागरण)

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर में जमीन सर्वे के बीच एक बड़ी परेशानी सामने आई है। बताया जा रहा है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से जमीन के खतियान को डिजीटाइज्ड किया जा रहा है। इसे स्कैनिंग कर आनलाइन किया जाएगा ताकि रैयतों को अभिलेख खोजने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो और यह सुरक्षित भी रहेगा, लेकिन इस दौरान चौंकाने वाली बात सामने आई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    40 मौजा का खतियान अंचल अभिलेखागार से गायब

    दरअसल, जिले के 11 अंचलों के 40 मौजा का खतियान अंचल अभिलेखागार से गायब है। स्कैनिंग की जिम्मेदारी एमएस कैपिटल बिजनेस सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी गई है। एजेंसी द्वारा इसकी जानकारी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को भेजी गई है।

    बताया गया कि खतियान नहीं मिलने से स्कैन करने का कार्य बाधित है। इसपर विभाग के सचिव ने संज्ञान लिया है। उन्होंने समाहर्ता को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी है। कहा है कि शीघ्र इन गायब खतियान को खोजकर एजेंसी को उपलब्ध कराए जाए ताकि स्कैनिंग कार्य निर्बाध रूप से चलता रहे।

    11 अंचलों के 40 गांव के अभिलेखों की स्कैनिंग में आ रही परेशानी

    इसी प्रकार की स्थिति राज्य के कई अंचलों में बताई जा रही है। बताया गया कि कैडेस्ट्रल खतियान के अभाव में जिले के 11 अंचलों के 40 गांव के अभिलेखों की स्कैनिंग नहीं हो पा रही है। इसमें शहरी क्षेत्र समेत मुशहरी अंचल के सर्वाधिक 15 मौजे का खतियान गायब है।

    कागजात से छेड़छाड़ की आशंका

    विभागीय सूत्रों की मानें तो जमीन के खतियान से कर्मियों द्वारा छेड़छाड़ किए जाने की आशंका है। इसके अलावा रखरखाव के अभाव में भी अभिलेखागार से खतियान गायब अथवा नष्ट हो सकता है। इससे भू-धारी के साथ विभाग भी परेशान है।

    विभागीय रिकॉर्ड पर गौर करें तो इसमें शहरी क्षेत्र के सरैयागंज, सिकंदरपुर, माड़ीपुर, सहबाजपुर, कन्हौली विशुनदत्त, बड़ा जगन्नाथ, महमदपुर काजी समेत अन्य क्षेत्रों के खतियान गायब हैं। सचिव की ओर से इसपर संज्ञान लेने के आलोक में गायब खतियान की खोजबीन शुरू कर दी गई है। खतियान के गायब होने से जमीन मालिकों की परेशानी बढ़ जाएगी।

    बिहार में जमीन सर्वे के लिए आवश्यक दस्तावेजों में शामिल

    • जमीन का खेसरा नंबर, रकबा और सीमाओं की जानकारी
    • स्व-घोषणा पत्र
    • मालगुजारी रसीद की फोटोकॉपी
    • खतियान की प्रति
    • रैयत से संबंधित आधार कार्ड
    • मृतक के नाम पर जमीन के रिकॉर्ड के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र
    • कोर्ट के आदेश के लिए प्रमाणित प्रति

    ये भी पढ़ें

    Jamin Survey: जमीन मालिकों की फिर बढ़ गई टेंशन! अब एक नए काम के लिए लगाने होंगे ब्लॉक के चक्कर, ये है नया निर्देश

    Land Registry: 17 दिसंबर से बदल जाएगी जमीन रजिस्ट्री की व्यवस्था, विक्रेता-खरीददारों को इन बातों का रखना होगा ध्यान