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    Bihar Crime : तीन इनामी बदमाश लूट की राशि से एंज्वाय करने गए थे गुजरात, एसटीएफ की टीम इस तरह इन तक पहुंची

    Updated: Sun, 10 Aug 2025 01:39 PM (IST)

    Bihar Crime बिहार एसटीएफ ने गुजरात पुलिस के साथ मिलकर मुजफ्फरपुर के तीन इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। ये बदमाश लूट हत्या और डकैती जैसे मामलों में शामिल थे और घटना को अंजाम देने के बाद गुजरात में छिपे हुए थे। पुलिस ने बताया कि इनाम की घोषणा के बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया।

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    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Crime : बिहार एसटीएफ की टीम ने गुजरात में छिपे मुजफ्फरपुर के टाप टेन में शामिल समेत तीन इनामी शातिरों को गिरफ्तार किया। इन तीनों को यहां लाया जा रहा है।

    जिले के तुर्की, पानापुर और मोतिहारी जिले में भी अलग-अलग थानों में तीनों पर लूट, हत्या और डकैती समेत अन्य केस पूर्व से दर्ज हैं। लूट की राशि से ये सभी गुजरात में अय्याशी कर रहे थे।

    बिहार एसटीएफ की ओर से बताया गया है कि विशेष टीम एवं गुजरात पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में जिले के 25-25 हजार रुपये के दो कुख्यात इनामी बदमाश तुर्की चरकोरिया के अभिषेक कुमार को माधव रेजिडेंसी पालीग्राम थाना सचिन जीआइडीसी जिला सूरत गुजरात से पकड़ा।

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    मीनापुर के पानापुर ओपी अंतर्गत छीतरपट्टी के चंदन सहनी को तीन बत्ती चौक थाना डुमस जिला सूरत गुजरात से और टाप टेन में शामिल दस हजार रुपये का इनामी बदमाश पानापुर करियात के शेरुकाही के मो. साजिद सत्कार होटल के पास छत्राल टीओपी थाना कलोल जिला गांधीनगर, गुजरात से छापामारी कर गिरफ्तार किया गया।

    गिरफ्तार बदमाश अभिषेक कुमार के विरुद्ध तुर्की ओपी थाना में हत्या, लूट एवं डकैती सहित पांच कांड दर्ज है। जबकि चंदन सहनी उर्फ चंदन कुमार के विरूद्ध मुजफ्फरपुर एवं मोतिहारी जिला के विभिन्न थानों में डकैती, रंगदारी एवं आर्म्स एक्ट के तहत आठ मामले दर्ज हैं और मो. साजिद के विरुद्ध पानापुर करियात में दो गंभीर कांड दर्ज हैं।

    बताया गया कि घटना को अंजाम देने के बाद सभी बदमाश गुजरात में छिपे हुए थे। वहां पर लूट की राशि से अय्याशी कर रहे थे। इनाम की घोषणा होने के बाद एसटीएफ की टीम मानवीय और तकनीकी श्रोतों से सुराग खोज रही थी। इस दौरान करीब दो दर्जन से अधिक मोबाइल नंबरों को रडार पर रखा गया था।

    इसके अलावा इनके गिरोह से जुड़े अन्य शातिरों का भी पता लगाया जा रहा था। ताकि फरार शातिरों के बारे में पता लग सके। जिला पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि ताबड़तोड़ लूट की घटना को अंजाम देकर इलाके में उत्पात मचा दिया था। पुलिस ने जब गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी शुरू की तो सभी फरार हो गए। इसके बाद गिरफ्तारी नहीं होने पर इनाम की घोषणा की गई थी।