मैडम! 100 रुपये के नोट नीचे गिर गए... महिला के कार से बाहर निकलते ही हो गया 'खेला'
Bihar Crime औरंगाबाद जिले के कथरुआ निवासी डा. मणि कुमारी वर्तमान में सदर थाना के पताही स्थित आशा सदन में रह रही हैं। उन्होंने थाने में प्राथमिकी कराई है। जिसके अनुसार बदमाशों ने कार के नीचे पैसे गिरने का झांसा दिया। जब वह कार से बाहर निकलीं पैसे उठाईं और सामने मिठाई की दुकान में गईं तो वहां खड़े बदमाशों ने कार से गहने और नकदी उड़ा लिए।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Crime: चंद रुपये के लोभ ने एक महिला का लाखों का नुकसान करवा दिया। पीड़िता ने सदर थाने में प्राथमिकी कराई है। जिसमें अज्ञात बदमाशों को आरोपित किया है। उनका कहना है कि भगवानपुर चौक के समीप उनकी कार खड़ी थी। इसी दौरान बदमाशों ने इस तरह की घटना को अंजाम दिया।
पीड़िता ने कहा कि वह अपने भाई और ड्राइवर के साथ कार में थीं। इसी बीच बदमाश उनके पास आए और 100 रुपये के कुछ नोट कार के नीचे गिरे होने की बात कही। नोट पर नजर पड़ते ही वह अपने भाई और ड्राइवर के साथ नीचे उतरीं। नोट उठाए और चौक पर ही स्थित मिठाई की दुकान की ओर चली गईं।
वहां पहले से ही खड़े बदमाशों को जैसे मौका मिल गया। उनलोगों ने कार में पड़े बैग उड़ा लिए। जिसमें
डायमंड जूलरी, एटीएम व पैन कार्ड, नकदी एक लाख रुपये आदि थे। मामले में औरंगाबाद जिले के कथरुआ निवासी और वर्तमान में सदर थाना के पताही स्थित आशा सदन की रहने वाली डा. मणि कुमारी ने प्राथमिकी कराई है।
पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है। इसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। आवेदन में कहा कि उनकी गाड़ी के पास कुछ अज्ञात युवकों ने पैसा गिरा दिया। इसके बाद कहा कि पैसे गिरे हैं। इस बीच वह अपने भाई मनीष कुमार और ड्राइवर ध्रुव कुमार के साथ सामने होटल से मिठाई लाने गई।
गाड़ी से बाहर निकलते ही बदमाशों ने उनका बैग निकाला और भाग गए। पुलिस आसपास के सीसी कैमरे को खंगाल बदमाशों को चिह्नित कर आगे की कार्रवाई में जुटी है। झांसा देकर कार सवार के बैग उड़ाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी उसी जगह पर बदमाशों ने कई सवार को अपना निशाना बनाया है।
आश्चर्य की बात यह है कि उस चौक पर अक्सर पुलिस की गशती गाड़ी या 112 की गाड़ी रहती है। बावजूद बदमाश लोगों को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे। कुछ दिन पहले एक कार सवार को कुछ इसी तरह के बदमाशों ने कार से मोबिल गिरने की बात कहकर रोका और उनके गाड़ी से बाहर आते ही बैग उड़ा लिया।
पुलिस प्रशासन की ओर से इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए तकीनकी सहायता लेने के साथ-साथ लोगों को जागरूक भी करना चाहिए। उन्हें यह जानकारी दी जानी चाहिए कि कैसे झांसा देकर लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। वे कैसे इस तरह के मामले में खुद को बचा सकते हैं।
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