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    Bihar Crime: करोड़ों की ठगी में अंतरराज्यीय साइबर फ्राड गिरोह के चार शातिर गिरफ्तार, इस तरह राज से उठा पर्दा

    Updated: Thu, 07 Aug 2025 09:12 PM (IST)

    Bihar Crime मुजफ्फरपुर पुलिस ने साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश करते हुए चार को गिरफ्तार किया है। गिरोह पर इन्वेस्टमेंट और गेमिंग फ्रॉड के जरिए करोड़ों की ठगी का आरोप है। पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल लैपटॉप डेबिट कार्ड और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। जांच में पता चला है कि गिरोह एनजीओ के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहा था और फर्जी आधार कार्ड भी बनाता था।

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    पकड़े गए बदमाशों की मीडिया को जानकारी साइबर डीएसपी। जागरण

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। साइबर थाने की पुलिस ने करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय साइबर फ्राड गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस दौरान सरगना समेत चार शातिरों को गिरफ्तार किया गया है।

    इनके ठिकाने से छह मोबाइल, दो लैपटाप, छह डेबिट कार्ड, दो चेकबुक, एक पासबुक, चार पैन कार्ड, तीन आधार कार्ड, एक मेट्रो कार्ड, चार एनजीओ की मुहर, एक ड्राइविंग लाइसेंस, एक मतदाता पहचान पत्र, वाहन का एक आरसी, बायोमीट्रिक फिंगर स्कैनर, आई रेटिना स्कैनर, वेब कैमरा, आधार एनरालमेंट की पावती की छह रसीदें, एक कलाई घड़ी, तीन मंत्रा कंपनी का फिंगर प्रिंट स्कैनर, लाइव स्कैनर फिंगर प्रिंट, आइडेंटिफिकेशन फ्लेट डिवाइस आदि जब्त किए गए हैं।

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    साइबर डीएसपी हिमांशु कुमार ने पत्रकार वार्ता में इसकी जानकारी दी। कहा कि इस गिरोह ने देशभर में इन्वेस्टमेंट फ्राड, गेमिंग फ्राड और एनजीओ के नाम पर फर्जीवाड़ा कर करोड़ों की ठगी की जा रही थी। बताया गया कि छह अगस्त को अहियापुर थाने के एसकेएमसीएच मेडिकल ओवरब्रिज स्थित एक आवासीय होटल में तीन युवकों के बीच पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद की साइबर थाने की पुलिस को सूचना मिली थी।

    इसके बाद अहियापुर के साथ साइबर थाने की टीम ने उक्त होटल के कमरे से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के गौरीगंज का अभिषेक पांडेय, मधुबनी के फुलपरास थाने के गौरीगंज का कृष्णा कुमार सिंह और मधुबनी धर्मडीहा का विक्रम कुमार सिंह के रूप में हुई। अभिषेक गिरोह का सरगना बताया गया है।

    साइबर फ्राड की राशि एनजीओ के खाते में करता था ट्रांसफर

    इन सभी से पूछताछ व जांच में पता चला कि रामप्यारी नंद लाल सेवा संस्थान के नाम से एनजीओ के एक्सिस बैंक के खाते पर विभिन्न माध्यमों से किए गए साइबर फ्राड से आए करीब 8.33 करोड़ रुपये के लेनदेन के कमीशन को लेकर तीनों साइबर फ्राड के बीच विवाद हो रहा था।

    एसएसपी सुशील कुमार के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई। इसके बाद इन सभी से पूछताछ में विभिन्न माध्यमों से साइबर अपराध की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। इनकी निशानदेही पर मुशहरी थाने के माधोपुर में छापेमारी कर साइबर फ्राड गुड्डू कुमार को पकड़ा गया। उसके ठिकाने से मोबाइल, लैपटाप, बायोमीट्रिक फिंगर स्कैनर, आई रेटिना स्कैनर, वेब कैमरा, बैंकों से संबंधित कागजात आदि जब्त किए गए।

    आधार कार्ड बनाने के साथ साइबर फ्राड करता था गुड्डू

    पुलिस की जांच में पता चला कि गुड्डू फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाने के साथ साइबर फ्राड करता था। पूछताछ में उसने अपना अपराध कबूल किया है। इन सभी बदमाशों से पूछताछ में इस गिरोह से जुड़े और कई फ्राड के नाम व ठिकाने की जानकारी मिली है। पुलिस टीम उसकी निशानदेही पर जिले के अलावा दूसरे शहरों में विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है।

    देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस से साधा गया संपर्क

    पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपितों के पास से जब्त मोबाइल का काल डिटेल खंगाला जा रहा है। इसमें कई नंबर संदिग्ध मिले हैं। जब्त बैंक खातों में दूसरे राज्यों से राशि ट्रांसफर की गई है। इसके लिए दिल्ली, यूपी, झारखंड समेत कई प्रदेशों की पुलिस से संपर्क साधा गया है।

    मोबाइल नंबरों, बैंक खातों पर दूसरे प्रदेशों में दर्ज शिकायतों की जानकारी प्राप्त कर इन सभी को रिमांड पर लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की जांच में पता चला कि इन फ्राड के मोबाइल नंबरों व खातों पर देश के विभिन्न राज्यों में करीब 20 से अधिक शिकायतें दर्ज होने की बात सामने आई है। इसके मद्देनजर विशेष टीम आगे की कार्रवाई कर रही है। फिलहाल, मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी कर इन सभी को जेल भेजने की कवायद की जा रही है।