Bihar Police: मुजफ्फरपुर में फरार पुलिसकर्मियों की बन रही लिस्ट, जल्द विभाग लेगा बड़ा एक्शन
मुजफ्फरपुर में लंबे समय से फरार चल रहे पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त करने की तैयारी है। तिरहुत रेंज में ऐसे पुलिसकर्मियों की सूची बन रही है। सिवाईपट्टी थाने के एएसआई रामप्रवेश प्रसाद चार महीने से फरार हैं जिससे कई केस प्रभावित हुए हैं। डीआईजी ने इस लापरवाही पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं और निलंबन के बाद बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है।

संजीव कुमार, मुजफ्फरपुर। काफी दिनों से फरार चल रहे पुलिसकर्मियों को पुलिस सेवा से बर्खास्त किया जाएगा। इस दिशा में तेजी से कार्रवाई को लेकर रणनीति तैयार की गई है। इसके तहत फरार पुलिसकर्मियों की खोज शुरू कर दी गई है, ताकि सख्ती से कार्रवाई की जा सके।
इसके लिए तिरहुत रेंज के चारों जिलों में फरार पुलिसकर्मियों की सूची बनाई जा रही है। फिर इन सभी को पुलिस सेवा से बर्खास्त किया जाएगा। विदित हो कि सिवाईपट्टी थाने में तैनात एएसआई रामप्रवेश प्रसाद करीब चार महीने से बिना सूचना के फरार है।
कई महत्वपूर्ण केसों का उनके पास प्रभार है। उनके फरार रहने के कारण करीब तीन दर्जन से अधिक केसों का जांच प्रभावित हो रहा है। इससे पीड़ितों को न्याय मिलने में विलंब हो रहा है। पीड़ित न्याय के लिए वरीय अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगा रहे हैं।
इसी में सिवाईपट्टी इलाके के एक पीड़ित ने तिरहुत रेंज के डीआईजी चंदन कुमार कुशवाहा से एक केस में पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं करने की शिकायत की। इस पर संज्ञान लेते हुए डीआईजी ने उस क्षेत्र के वरीय पुलिस पदाधिकारी को कार्रवाई का निर्देश दिया।
तभी यह मामला सामने आया कि उक्त एएसआई करीब चार महीने से थाने से फरार है। मामले में एसएसपी के द्वारा निलंबन की कार्रवाई की जा चुकी है। उस पर विभागीय कार्यवाही भी की जा रही है। फिर भी एएसआई पुलिस लाइन में उपस्थित नहीं हो रहे है।
ऐसी भी सूचना मिली है कि इस तरह से अन्य जिलों में भी कई पुलिसकर्मी है, जो काफी दिनों से फरार है। इस पर डीआईजी ने संज्ञान लेते हुए कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही बताते हुए सख्ती से कार्रवाई करने को कहा है। ऐसे पुलिसकर्मियों पर निलंबन के बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
मजिस्ट्रेट की तैनाती में एएसआई के फ्लैट का तुड़वाया जाएगा ताला
सिवाईपटटी थाने के उक्त एएसआई के उपस्थित नहीं होने के कारण अब मजिस्ट्रेट की तैनाती कराकर उनके फ्लैट का ताला तोड़वा जाएगा। थाने स्तर से इसकी कवायद शुरू कर दी गई है।
इसके बाद केसों का फाइल निकाला जाएगा। इस पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। फिर दूसरे पदाधिकारी को उन सभी केसों का प्रभार दिया जाएगा, ताकि समय से जांच पूरी कर पीड़ित को न्याय दिलाई जा सके।
यह भी पढ़ें-
Pahalgam Terror Attack: 'पहलगाम की घटना किसका फेलियर?', तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर उठाए कई सवाल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।