Munger News: 25 करोड़ गबन मामले में फिर धरहरा पहुंची पंजाब पुलिस, आरोपी फरार
मुंगेर के धरहरा में 25 करोड़ के गबन मामले में पंजाब पुलिस की एसआईटी ने दबिश दी लेकिन आरोपी फरार हो गए। यह मामला आसमां एक्सपोर्ट इंडिया कंपनी में धोखाधड़ी से जुड़ा है जिसमें धरहरा के कई निवासी आरोपित हैं। पुलिस ने खातों से संदिग्ध लेन-देन का खुलासा किया है और कुछ आरोपियों की जमानत याचिका खारिज हो चुकी है।

संवाद सूत्र, धरहरा (मुंगेर)। 25 करोड़ गबन मामले में एक बार फिर पंजाब पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) सोमवार को धरहरा पहुंची। प्रखंड स्थित चौहान टोला में आरोपित के घर दबिश दी। आरोपित फरार मिले।
धरहरा थानाध्यक्ष चंदन कुमार सिंह ने छापेमारी की पुष्टि करते हुए बताया कि पंजाब पुलिस की विशेष टीम ने स्थानीय पुलिस बल की उपस्थिति में कार्रवाई की है।
दरअसल, पंजाब के रूपनगर जिला के पक्काबाग निवासी अविनाश कुमार सिंह ने काठगढ़ थाना में आसमां एक्सपोर्ट इंडिया कंपनी में विश्वास पात्र कर्मचारियों पर लगभग 25 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था।
इसमें बिहार के मुंगेर जिले के धरहरा का रहने वाला दीपक कुमार, उसकी पत्नी आरती देवी, विजय कुमार सिंह, बादल कुमार सिंह, सत्यम कुमार सिंह, समीर कुमार सिंह और उर्मिला देवी को आरोपित बनाया है। दीपक कुमार और उसकी पत्नी आरती देवी पहले लुधियाना सेंट्रल जेल में बंद था, फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।
पंजाब पुलिस की विशेष जांच टीम ने अब तक की जांच में आरोपितों के बैंक और डाकघर खातों से 14 करोड़ 75 लाख 65 हजार रुपये के संदिग्ध लेन-देन का खुलासा किया है। सभी खातों को फ्रिज कर दिया गया है। आरोपितों पर जाली बिल बनाकर हजारों ट्रक प्लाइबोर्ड को अमृतसर, लुधियाना और जालंधर में बेचने का भी आरोप है।
जांच में यह भी सामने आया है कि जाली बिलों पर प्लाइबोर्ड खरीदने वाले अमृतसर के तीन व्यापारी दोषी पाए गए हैं, जो वर्तमान में लुधियाना जेल में बंद हैं। उधर, विजय कुमार सिंह और बादल कुमार सिंह की अग्रिम जमानत याचिका जिला सत्र न्यायालय शहीद भगत सिंह नगर में खारिज की जा चुकी है।
एसआईटी का नेतृत्व कर रहे एएसआई सिकन्दर पाल सिंह ने बताया कि धरहरा के चौहान टोला निवासी दीपक कुमार असमा एक्सपोर्ट इंडिया फैक्ट्री पंजाब में सीनियर एकाउंटेंट था। मालिक के साथ विश्वासघात कर अपने और साथियों के साथ मिलकर करीब 25 करोड़ रुपये की हेराफेरी की थी।
इस मामले में बादल कुमार सिंह व विजय कुमार सिंह और उसकी मां उर्मिला देवी भी आरोपित है। पुलिस के आने से पहले दोनों फरार हो गए। छापेमारी के दौरान पुलिस ने उर्मिला देवी को गिरफ्तार कर लिया। अचानक महिला की तबीयत बिगड़ने लगी।
पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धरहरा मे इलाज कराने के बाद छोड़ दिया और दोनों को जल्द कोर्ट में सरेंडर करने की चेतावनी टीम ने दी है।
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