Bihar Politics: राजद में 2 नेताओं के इस्तीफे का 'पॉलिटिकल ड्रामा', 24 घंटे में बदल गई पूरी 'पिक्चर'
राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने मुंगेर राजद जिलाध्यक्ष त्रिलोकी नारायण शर्मा और प्रधान महासचिव संतोष कुमार यादव के इस्तीफे को अस्वीकार कर दिया है। इस्तीफे का कारण स्पष्ट नहीं था और जिलाध्यक्ष ने बाद में इसे दबाव में देने की बात कही। प्रदेश अध्यक्ष ने स्थिति की समीक्षा और समाधान के लिए दो नेताओं को मुंगेर भेजा है। वे वोटर अधिकार यात्रा की तैयारी का भी जायजा लेंगे।

जागरण संवाददाता, मुंगेर। राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने मुंगेर राजद जिलाध्यक्ष त्रिलोकी नारायण शर्मा तथा प्रधान महासचिव संतोष कुमार यादव के इस्तीफे को अस्वीकार कर दिया है। विदित हो कि जिलाध्यक्ष तथा प्रधान महासचिव ने सोमवार को एकसाथ अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने देर शाम दोनों के इस्तीफे को नामंजूर कर दिया तथा कहा कि दोनों ने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है।
जिलाध्यक्ष ने वापस लिया इस्तीफा
इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि जिलाध्यक्ष और प्रधान महासचिव के संयुक्त हस्ताक्षर से दिए गए इस्तीफे में कारण नहीं बताया गया है और इसके कुछ देर बाद ही जिलाध्यक्ष ने एक अन्य पत्र के माध्यम से अपना त्याग पत्र वापस ले लिया तथा उल्लेख किया कि त्याग पत्र उन्होंने अपने मन से नहीं लिया था, बल्कि दबाव में दिया था। ऐसी सूरत में त्रिलोकी नारायण शर्मा का त्याग पत्र न तो मान्य है और न प्रभावकारी।
'त्याग पत्र में कारण का उल्लेख नहीं...'
वहीं, जिला राजद प्रधान महासचिव संतोष कुमार यादव ने मुझको संबोधित प्रमंडलीय संगठन प्रभारी बल्ली यादव के माध्यम से प्रेषित त्याग पत्र दे दिया था। उनके त्याग पत्र में भी किसी कारण का कोई उल्लेख नहीं है।
ऐसे में विचारोपरांत यह निर्णय लिया गया कि स्थिति को समझने, उसकी समीक्षा करने तथा समाधान के बिंदु तक पहुंचने के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. तनवीर हसन व विधायक सतानंद संबुद्ध उर्फ ललन यादव को मुंगेर जाने के लिए कहा गया गया है। साथ ही साथ ये दोनों मुंगेर पहुंच वोटर अधिकार यात्रा की तैयारी की पूर्णरूपेण समीक्षा करेंगे।
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