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    Bihar News: साहरघाट डकैती कांड में एसटीएफ के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, 10 बदमाशों को किया गिरफ्तार

    By Pradeep MandalEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Fri, 20 Oct 2023 03:56 PM (IST)

    साहरघाट डकैती कांड में एसटीएफ के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। एसटीएफ ने 10 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच-पड़ताल में पता चला है कि गिरोह का मुख्य सरगना अपने साले के साथ लंबे समय से डकैती के लिए रेकी कर रहा था। यह भी पता चला है कि नेपाल के डेढ़ दर्जन डकैतों के साथ शिवहर सीतामढ़ी मुजफ्फरपुर और मधुबनी के अपराधी में वारदात में शामिल थे।

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    साहरघाट डकैती कांड में एसटीएफ के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, 10 बदमाशों को किया गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, मधुबनी। साहरघाट डकैती कांड के मास्टरमाइंड शिवहर जिले के तरियानी थाने के कुशहर निवासी चंद्र नारायण साह सहित 10 बदमाशों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाशों में सीतामढ़ी तथा शिवहर जिले के चार-चार, मधुबनी व मुजफ्फरपुर के एक-एक शातिर शामिल हैं। उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने गुरुवार की शाम प्रेसवार्ता में दी।

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    एसपी सुशील कुमार ने बताया कि बदमाश लंबे समय से साहरघाट बाजार के कारोबारी राजकुमार गामी की रेकी कर रहे थे। डकैती कांड का मास्टरमाइंड चंद्र नारायण साह शिवहर जिले के पिपराही थाने के डकैती कांड में पहले भी जेल जा चुका है। वह 11 माह जेल में रहा था। इसी दौरान जेल में ही उसकी दोस्ती सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर व नेपाल के बदमाशों के साथ हो गई थी।

    वह पिछले डेढ़ साल से साहरघाट स्थित ससुराल में रह रहा था। उसका ससुर हरलाखी थाने के गंगौर निवासी दिनेश सिंह वर्तमान में सहारघाट बाजार में राजकुमार गामी के घर के पास ही रहता है।

    चंद्र नारायण साह का साला पप्पू कुमार राजकुमार गामी की दुकान के सामने ही मोबाइल दुकान चलाता है। वह ससुराल में रहकर साले पप्पू कुमार के साथ मिलकर लगातार राजकुमार गामी की दुकान व घर की रेकी करते हुए चल अचल संपत्ति का आकलन कर रहा था।

    योजनाबद्ध तरीके से की डकैती

    रेकी कर लेने के बाद उसने शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, मधुबनी तथा नेपाल के अपने साथियों को इकट्ठा कर घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। आठ अक्टूबर की रात 40 से 50 बदमाशों के साथ वह राजकुमार गामी के यहां डकैती की घटना को अंजाम देने पहुंच गया। इस दौरान पुलिस से मुठभेड़ होने पर दोनों और से फायरिंग हुई तथा डकैतों ने बमबाजी भी की।

    इस दौरान राजकुमार गामी के परिवार से लगभग आधा दर्जन लोग घायल हुए तथा बमबारी में होमगार्ड के जवान भी बुरी तरह घायल हो गए थे। गोलीबारी और बमबारी करते हुए अंधेरे का लाभ उठा अपराधी नेपाल की ओर भाग गए थे। उनमें से कुछ अपराधी दूसरे दिन सुबह सीतामढ़ी की ओर भी निकले थे।

    डकैती कांड में नेपाल के लगभग डेढ़ दर्जन शातिर शामिल हैं। डकैती की घटना को अंजाम देने के बाद सामान लेकर नेपाल चले गए थे। जहां उन्होंने सामानों को बेच भी दिया। पकड़े गए बदमाशों से पुलिस ने चार चांदी के सिक्के, तीन चांदी की हनुमानी, छह चांदी की अंगूठी बरामद की है।

    इनकी हुई गिरफ्तारी

    पकड़े गए बदमाशों में शिवहर जिले के तरियानी थाने के कुशहर निवासी स्व. ज्ञानी शाह का पुत्र चंद्र नारायण साह, श्यामपुर थाने के लालगढ़ निवासी इंद्रदेव शाह का बेटा अरुण कुमार साह तथा बैजनाथ राउत का बेटा शैलेंद्र राउत, पिपराही थाना क्षेत्र के हरकरवा निवासी तस्लीम मंसूरी का बेटा मो. मुमताज, सीतामढ़ी जिले के बेलसंड निवासी उलायत अंसारी का बेटा अकबर अंसारी, अलीपुर निवासी सुखदेव राय का बेटा मनोज कुमार यादव, रुपौली निवासी रूपनारायण सिंह का बेटा राजीव कुमार सिंह, रीवा थाना क्षेत्र के जानकी नगर भावदीपुर निवासी दिनेश साह का बेटा राहुल साह, मधुबनी जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र के गंगौर निवासी दिनेश साह का बेटा पप्पू कुमार तथा मुजफ्फरपुर जिले के करजा थाना क्षेत्र के मुजफ्फरपुर निवासी घटहु खलीफा का बेटा रौशन खलीफा शामिल हैं।

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