मधुबनी में साइबर ठगों ने बुजुर्ग महिला को लगाया 11.50 लाख का चूना, आतंकी लिस्ट से नाम हटाने का दिया झांसा
मधुबनी में एक बुजुर्ग महिला साइबर ठगी का शिकार हो गईं जहाँ उन्हें पाकिस्तानी आतंकी सूची से नाम हटाने के नाम पर 11.50 लाख रुपये ठगे गए। अपराधियों ने महिला को डराकर उसकी संपत्ति और बैंक डिटेल्स की जानकारी ली फिर उसे कमरे में बंद रहने को कहा। इसके बाद उन्होंने महिला से पैसे ट्रांसफर करवाए और संपर्क तोड़ दिया जिसके बाद उसे धोखाधड़ी का पता चला।

जागरण संवाददाता, मधुबनी। पाकिस्तानी आतंकी गतिविधि सूची से नाम हटाए जाने के नाम पर बुजुर्ग महिला को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों ने 11.50 लाख रुपए की ठगी का शिकार बना लिया।
इस संबंध में फुलपरास नगर पंचायत के वार्ड संख्या 11 निवासी 63 वर्षीय अमीर कला ने जिला साइबर थाना में 6 अज्ञात मोबाइल नंबर धारक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें उल्लेख किया गया है कि फुलपरास निवासी जयवीर यादव की 63 वर्षीय पत्नी अमीर कला को एक अनजान नंबर से फोन आया और बताया कि आपका नाम पाकिस्तानी आतंकी गतिविधियों में शामिल है।
पाकिस्तानी आतंकी गतिविधि सूची में शामिल रहने के कारण आपके विरुद्ध अरेस्ट वारंट निकला है। फोन करने वाले अज्ञात व्यक्ति ने कहा कि यदि आप आतंकी गतिविधि से अपना नाम हटाना चाहते हैं तो अपनी पूरी संपत्ति का ब्यौरा दिजिए।
फिर साइबर अपराधियों ने बुजुर्ग महिला से आधार नंबर, पैन कार्ड नंबर तथा बैंक डिटेल्स लिया। उक्त सभी जानकारियां लेने के बाद साइबर अपराधियों ने कहा कि इस संबंध में परिवार के किसी भी सदस्य को जानकारी दिए बिना अपने आप को एक कमरा में बंद कर लीजिए।
यदि इस संबंध में परिवार के किसी भी सदस्य को बताइएगा तो परिवार के सभी सदस्यों का नाम पाकिस्तानी आतंकी गतिविधि सूची में शामिल कर दिया जाएगा।
डर की वजह से कमरे में बंद हो गई महिला
साइबर अपराधियों के इतना कहते ही बुजुर्ग महिला डर गई और उनके कहे अनुसार खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। इस दौरान लगातार साइबर अपराधी उनसे अलग-अलग मोबाइल नंबर से फोन कर बात करते रहे।
साइबर अपराधियों ने उनसे बैंक अकाउंट बैलेंस का सभी ब्यौरा लिया। फिर साइबर अपराधियों ने कहा कि आपका जो बैंक बैलेंस है, उसे कोर्ट में जमा कीजिए फिर आपका नाम आतंकी गतिविधि से हटा दिया जाएगा।
जांच में यदि सही पाए जाएंगे तो कोर्ट में आपका सारा जमा पैसा रिटर्न कर दिया जाएगा। इसके बाद अलग-अलग तरीके से बुजुर्ग महिला को डरा धमकाकर साइबर अपराधियों ने दो अलग-अलग बैंक खाते से कुल 11 लाख 50 हजार रुपए आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर करवा लिए।
11.58 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लेने के उपरांत साइबर अपराधियों ने अपना नंबर बंद कर लिया। इसके बाद बुजुर्ग महिला अमीर कला को साइबर फ्रॉड होने का आभास हुआ। उन्होंने तत्काल नेशनल साइबर क्राइम के टोल फ्री नंबर पर फोन कर शिकायत दर्ज कराया।
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