बिहार: पुलिस एनकाउन्टर में मारा गया कुख्यात रंजीत डॉन
मधुबनी जिले का कुख्यात अपराधी रंजीत डॉन आज सुबह पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। उसपर कई संगीन हत्या और कई अापराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
मधुबनी [जेएनएन] । जिले में आतंक का पर्याय बन चुका 50 हजार रुपये का इनामी रंजीत महतो उर्फ रंजीत डॉन बुधवार तड़के पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। जयनगर थाना क्षेत्र के गोबराही स्थित एक बंद पड़े ईंट भट्ठा पर हुई मुठभेड़ के दौरान पटना व जिला एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में रंजीत मारा गया। इस दौरान कई थानों की पुलिस भी सक्रिय रही।
बाला से मिले सुराग पर कार्रवाई
मंगलवार को पुलिस ने कुख्यात रंजीत के साथी पांच हजार रुपये का इनामी व बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के लोरिका गांव निवासी बाला मिश्रा उर्फ निशांत मिश्रा को भैरव स्थान थाना क्षेत्र के पैटघाट से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक कट्टा, 6 कारतूस बरामद किया गया। बाला मिश्रा के खिलाफ जिले में लूट, हत्या, डकैती समेत सात कांड दर्ज हैं। उससे मिले इनपुट के आधार पर पुलिस ने रंजीत को दबोचने का प्रयास किया। लेकिन, रंजीत ने पुलिस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। आधे घंटे तक हुई मुठभेड़ में रंजीत मारा गया।
एसपी दीपक बरनवाल ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से दो कारबाइन, तीन मैगजीन, 28 ङ्क्षजदा कारतूस, दो मोबाइल, दो भारतीय सिम, दो नेपाली सिम,एक बाइक, अखबारों की कतरन, बिस्किट, भुजिया, नमकीन आदि बरामद किया गया।
यह भी पढ़ें: सोशल मीडिया: जब तक रहेगा समोसा में आलू, तब तक रहेगा बिहार में लालू
रंजीत के खिलाफ 14 मामले
राजनगर थाना क्षेत्र के मलहनमा गांव निवासी रंजीत के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में हत्या, लूट, आम्र्स एक्ट समेत अन्य वारदातों से जुड़े 14 केस दर्ज हैं। वह 2014 में पकड़ा गया था। बाद में कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया।
गत दिनों पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था के बावजूद रंजीत महतो ने खजौली स्थित पेट्रोल पंप दिनेश सेवा केंद्र पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दहशत फैला दी। इसके बाद पर्चा फेंककर पुलिस को चुनौती दी। हालांकि, पुलिस के लिए सिरदर्द बना रंजीत आखिरकार मारा गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।