ठंड ने रोकी रफ्तार, भारत–नेपाल ट्रेन में सन्नाटा, सफर से कतरा रहे यात्री
कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने भारत-नेपाल रेल सेवा को बुरी तरह प्रभावित किया है। जयनगर से जनकपुर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में भारी गिर ...और पढ़ें

भारत के जयनगर से नेपाली जाने वाली ट्रेन खाली। जागरण
संवाद सहयोगी, जयनगर (मधुबनी) । कड़ाके की ठंड ने इस बार सिर्फ जनजीवन ही नहीं, रेल की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दिया है। भारत से नेपाल जाने वाली ट्रेनों में कभी यात्रियों की चहल-पहल रहती थी, लेकिन अब वही डिब्बे सन्नाटे से भरे नजर आ रहे हैं।
हाड़ कंपा देने वाली सर्दी, घना कोहरा और गिरते तापमान के कारण यात्री सफर करने से कतराने लगे हैं। इसका सीधा असर भारत–नेपाल रेल सेवा पर दिख रहा है, जहां यात्रियों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
बीते कई दिनों से कड़ाके की ठंड शीतलहर का असर जयनगर सीमावर्ती बाजारों पर देखा जा रहा है। ठंड को लेकर लोग जरूरत के तहत घर से बाहर निकल रहे हैं। बाजारों और सड़कों के साथ रेलवे स्टेशन विरान नजर आ रहा है।
हालांकि ठंड को देखते हुए जयनगर नगर पंचायत प्रशासन के द्वारा अलाव का बंदोबस्त किया गया। लेकिन अलाव से ठंड का बचाव संभव नहीं। तापमान के गिरने के साथ आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सड़क, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर व्यक्तिगत कार्य को लेकर लोग घर से बाहर आ रहे हैं।
रविवार को कड़ाके की ठंड का असर जयनगर जनकपुर नेपाल के बीच चलने वाली नेपाली ट्रेन परिचालन पर देखनो को मिला। जयनगर से जनकपुर नेपाल के बीच प्रतिदिन तीन फेरा ट्रेन का परिचालन होता है।
आम दिनों में पांच सौ से लगभग एक हजार रेल यात्री तीनों टाइम यात्रा करते थें। लेकिन बीते कुछ दिनों से कड़ाके की ठंड शीतलहर को लेकर उक्त रेल खंड पर यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है।
स्टेशन अधीक्षक एसएल मीणा ने बताया कि जयनगर जनकपुर नेपाल के बीच चलने वाली नेपाली ट्रेन में एक फेरा में एक से डेढ़ सौ यात्री यात्रा करते हैं। तीनो टाइम में लगभग तीन सौ रेल यात्री जनकपुर नेपाल के लिए यात्रा करते हैं। आपको बता दें कि ठंड का व्यापक असर रेल यातायात पर पड़ा है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।