अलविदा 2025: जनकपुर–अयोध्या ट्रेन का सपना अधूरा, जयनगर ने विकास में भरी उड़ान
2025 जयनगर के लिए विकास और चुनौतियों भरा साल रहा। जनकपुर-अयोध्या ट्रेन परियोजना नेपाल के जेनजी आंदोलन के कारण अधूरी रह गई। वहीं, जयनगर को नमो भारत ट्र ...और पढ़ें

Bihar Nepal Rail Connectivity: नेपाल में जेनजी आंदोलन के कारण यह महत्वाकांक्षी परियोजना अधर में लटक गई। फाइल फोटो
संवाद सहयोगी, जयनगर (मधुबनी)। Janakpur Ayodhya Train: साल 2025 उपलब्धियों, चुनौतियों और कई अधूरे सपनों के साथ विदा ले रहा है। जहां एक ओर जयनगर को विकास की कई सौगातें मिलीं, वहीं जनकपुर (नेपाल) से अयोध्या के बीच प्रस्तावित रेल सेवा की बहुप्रतीक्षित योजना साकार नहीं हो सकी। पड़ोसी देश नेपाल में जेनजी आंदोलन के कारण यह महत्वाकांक्षी परियोजना अधर में लटक गई।
जनकपुरधाम से जयनगर होते हुए अयोध्या तक ट्रेन परिचालन को लेकर भारत और नेपाल के बीच सहमति का रास्ता काफी हद तक साफ हो चुका था। माना जा रहा था कि राम–जानकी की नगरी को सीधे रेल मार्ग से जोड़ने की ऐतिहासिक पहल जल्द पूरी होगी, लेकिन नेपाल में सरकार विरोधी जेनजी आंदोलन ने इस योजना की रफ्तार रोक दी। सितंबर माह में आंदोलन का असर सीमावर्ती इलाकों में भी स्पष्ट रूप से देखा गया।
जयनगर को मिली विकास की रफ्तार
हालांकि साल 2025 जयनगर के लिए पूरी तरह निराशाजनक नहीं रहा। अप्रैल माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयनगर से पटना के बीच नमो भारत रैपिड ट्रेन का उद्घाटन किया, जिससे क्षेत्र को नई पहचान मिली। वहीं प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान जयनगर से हजारों श्रद्धालु स्नान के लिए रवाना हुए। कुंभ मेला के दौरान रेलवे को करीब 15 करोड़ रुपये का राजस्व लाभ हुआ।
बिजली विभाग ने भी इस वर्ष रिकॉर्ड बनाया। जयनगर विद्युत विभाग ने साढ़े 12 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व वसूली कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। इसके साथ ही शहीद चौक रेलवे गुमती पर आरओबी निर्माण कार्य शुरू हुआ, जिससे शहर को जाम की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद जगी है। कमला नदी के पश्चिमी और पूर्वी तटबंधों का निर्माण भी युद्धस्तर पर जारी रहा।
अपराध की घटनाओं ने भी खींचा ध्यान
साल 2025 में जयनगर और आसपास के इलाकों में आपराधिक घटनाएं भी चर्चा में रहीं। जनवरी में जयनगर थाना पुलिस ने झपट्टामार गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। मारवाड़ी मंदिर के पास दीपक बर्तन दुकान में पिस्तौल के बल पर लाखों रुपये की लूट हुई। जुलाई में बासोपट्टी थाना क्षेत्र के महिनाथपुर गांव में एसएसबी जवानों और तस्करों के बीच झड़प में एक जवान व एक तस्कर को गोली लगी। सितंबर में देवधा थाना क्षेत्र में डकैती की बड़ी घटना सामने आई, जबकि नवंबर में बेला गांव के पास पेट्रोल पंप कर्मी से साढ़े आठ लाख रुपये की लूट ने सनसनी फैला दी।
अधूरे सपनों के साथ विदा हुआ साल
कुल मिलाकर साल 2025 जयनगर के लिए विकास, उपलब्धियों और चुनौतियों का मिला-जुला साल रहा। जनकपुर–अयोध्या रेल सेवा का सपना भले ही अधूरा रह गया, लेकिन उम्मीद है कि आने वाला वर्ष 2026 इस ऐतिहासिक कनेक्टिविटी को हकीकत में बदलेगा।

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