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    लाखों रुपये की कर ली बंदरबांट, नल-जल योजना अधूरी

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 25 Jun 2020 11:00 PM (IST)

    मधुबनी। लदनियां प्रखंड की पथराही पंचायत के अधिकतर वार्डों में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल सात निश्चय योजना में लाखों रुपये के व्यय निष्फल हो गए।

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    लाखों रुपये की कर ली बंदरबांट, नल-जल योजना अधूरी

    मधुबनी। लदनियां प्रखंड की पथराही पंचायत के अधिकतर वार्डों में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल, सात निश्चय योजना में लाखों रुपये के व्यय निष्फल हो गए। वार्ड 11 में करीब साढ़े चार लाख रुपये अध्यक्ष एवं सचिव ने आपस में बांट लिए। यह मामला प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी नरेन्द्र प्रसाद की डीपीआरओ को भेजी गई रिपोर्ट के बाद सामने आया।

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    बीपीआरओ की रिपोर्ट के अनुसार पथराही पंचायत के वार्ड 11 में नलजल योजना की प्राक्कलित राशि 12 लाख 15 हजार 900 रुपये है। क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के खाते में अलग-अलग तिथि को 11 लाख रुपये अंतरित कर दिए गए। उक्त राशि से मात्र बोरिग एवं आंशिक रूप से पाइप लाइन किया गया। कमीशन को लेकर वार्ड अध्यक्ष मो.जमील एवं सचिव शिवशंकर प्रसाद सिंह के बीच विवाद चल रहा है। सचिव सिंह का आरोप है कि अध्यक्ष मो.जमील नलजल मद से स्वयं के नाम से एक लाख 40 हजार रुपये के खाते में उठाव कर निजी उपयोग में खर्चा कर लिया है। इधर, अध्यक्ष मो. जमील की शिकायत है कि सचिव सिंह किसी व्यक्ति के नाम से तीन लाख रुपये निकासी कर उठाव कर लिया। अब यह जांच से उजागर होगा आखिर अध्यक्ष एवं सचिव नलजल योजना मद के करीब साढ़े चार लाख रुपये की बंदरबांट कैसे कर लिए। मालूम हो कि इस वार्ड में गली नाली पक्कीकरण योजना से मुख्य सड़क से मंगल साह घर तक तीन लाख 78 हजार 200 रुपये का व्यय भी निष्फल साबित हो चुका है।

    अन्य वार्ड में भी नियमों की उड़ीं धज्जियां

    -वार्ड 12 में प्राक्कलित राशि 14 लाख 99 हजार 200 है। जलापूर्ति हो रही है। उक्त वार्ड में पार्ट दो से नलजल योजना से कार्य चल रहा है। एक वार्ड में भौगोलिक स्थिति के आधार पर दूसरी योजना कार्यान्वयन का प्रवधान है। डीएम से स्वीकृति का प्रावधान है। इसकी अनदेखी की गई है। एक ही योजना से भी जलापूर्ति की जा सकती थी। उक्त योजना की प्रशासनिक स्वीकृति की कोई आवश्यकता नहीं थी।

    - वार्ड संख्या 13 में नलजल योजना वर्ष 2018-19 का है। प्राक्कलित राशि 14 लाख 93 हजार 800 रुपये है। जलापूर्ति हो रही है। बदबूदार पानी होने से इसे लोग पानी पीने में उपयोग नहीं करते हैं। इधर, बीडीओ नवल किशोर ठाकुर ने स्थानीय लोगों की शिकायत को नजरअंदाज कर वार्ड 13 की नलजल योजना पूर्ण होने की रिपोर्ट डीएम को भेज चुके हैं।

    -वार्ड दो में क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के खाते में अब तक 10 लाख राशि अंतरित है। बोरिग कार्य हो चुका है। उक्त वार्ड समिति के अध्यक्ष व सचिव को योजनाओं पूर्ण करबाने के प्रति दिलचस्पी नहीं है।

    - वार्ड संख्या चार में नलजल योजना की प्राक्कलित राशि 14 लाख 91 हजार 700 रुपये है। अलग-अलग तिथि को 13 लाख रुपये अंतरित की गई है। इसमें बोरिग कार्य ही हो सका है। बीपीआरओ ने उक्त वार्ड के क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति अध्यक्ष एवं सचिव के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करने की अनुशंसा की है।

    - वार्ड संख्या पांच नलजल योजना मद से अलग अलग तिथि को दस लाख रुपये अंतरित किया गया। इसमें मात्र बोरिग कार्य हुआ है।

    - वार्ड छह में नलजल योजना का प्राक्कलित राशि 16 लाख 59 हजार 400 रुपये है। जिसमें अलग अलग तिथि को 15 लाख रुपये अंतरित है। जिसमे बोरिग कार्य ही हो सका है।

    - वार्ड आठ में तो नलजल योजना की अजीबोगरीब स्थिति है। उक्त वार्ड की सदस्य वर्तमान मुखिया की रिश्तेदार है। उक्त वार्ड में नलजल के लिए प्राक्कलित राशि 14 लाख 81 हजार 400 है। मुखिया एवं पंचायत सचिव ने नलजल योजना पूर्ण करवाने के नाम पर एक मुश्त 14 लाख 81 हजार 400 रुपये क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के खाते में अंतरित कर दिया। उक्त राशि से बोरिग किया गया। टावर निर्माण अधूरा है। जांच का विषय है आखिर किस परिस्थिति में विभागीय गाइड लाइन की धज्जियां उड़ाकर एक मुश्त राशि एक फरवरी 2019 को ही अंतरित की गई। बीपीआरओ ने क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति अध्यक्ष एवं सचिव के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने की अनुशंसा की है।