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    महिला के कान में ओझा ने मोबाइल से पढ़ा मंत्र... अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती मरीज की झाड़-फूंक, डाक्टर-नर्स देखते रहे तमाशा

    By Alok ShahiEdited By: Alok Shahi
    Updated: Mon, 27 Oct 2025 05:49 AM (IST)

    Bihar Hindi News: मधेपुरा के सरकारी अस्पताल में एक महिला मरीज इमरजेंसी वार्ड में भर्ती थी। उसी दौरान, एक ओझा ने उसके कान में मोबाइल फोन से मंत्र पढ़े, जबकि डॉक्टर और नर्स देखते रहे। अंधविश्वास ने हदें तब पार कर दी जब कथित ओझा ने पानी की एक बोतल में मोबाइल से ही मंत्र पढ़कर फूंक मार दी, जिसे बाद में महिला को पिलाया गया। इस घटना ने अस्पताल में अंधविश्वास और स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 

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    Bihar Hindi News: अस्पताल में अंधविश्वास! महिला मरीज के कान में ओझा ने पढ़ा मोबाइल से मंत्र।

    संवाद सहयोगी, मधेपुरा। Bihar Hindi News सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में शनिवार को स्वास्थ्यकर्मियों और सुरक्षा गार्डों की मौजूदगी में एक महिला का मोबाइल फोन के जरिये झाड़फूंक कराया गया। यह नजारा देख वहां मौजूद लोग हैरान रह गए। सदर अस्पताल में आधे घंटे तक चली इस झाड़-फूंक के नाटक ने पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। इलाजरत मरीजों के बीच अंधविश्वास का ऐसा दृश्य सदर अस्पताल में हाल के दिनों में पहली बार दिखा।

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    जानकारी के अनुसार शनिवार को सदर प्रखंड के तुलसीबारी वाार्ड संख्या सात निवासी भोली देवी की तबीयत बिगड़ने पर स्वजन सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती महिला लगातार चिल्ला रही थी। स्वजन उसे संभालने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कोई असर नहीं हो रहा था। इसी दौरान एक युवक वहां पहुंचा और अपने मोबाइल से किसी झाड़-फूंक करने वाले ओझा को फोन मिलाया। इसके बाद परिजनों ने महिला के कान के पास मोबाइल रख दिया और दूसरी तरफ से ओझा मंत्र पढ़ने लगा।

    ओझा के निर्देश पर महिला को पिला दिया गया पढ़ा हुआ पानी

    सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में करीब आधे घंटे तक यह तमाशा चलता रहा। झाड़-फूंक करने वाले ने महिला को शांत करने के लिए कुछ मंत्र बोले, फिर परिजनों से कहा गया कि एक बोतल पानी लाया जाए। बोतल का ढक्कन खोलकर मोबाइल को उसके मुंह पर रखा गया और फिर से मंत्रोच्चार शुरू हुआ।

    ओझा के निर्देश पर वही पानी महिला को पिला दिया गया। हैरानी की बात यह रही कि यह पूरा घटनाक्रम सदर अस्पताल के वार्ड में मौजूद डाक्टर और नर्सों की आंखों के सामने हुआ, लेकिन किसी ने रोकने की कोशिश नहीं की। कुछ देर बाद महिला शांत हुई, जिसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों ने उसे स्लाइन चढ़ाया। इसके बाद स्वजन उसे घर लेकर चले गए।