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    Bihar Politics: इस सीट पर विरासत की सियासत, मंडल के पौत्र JDU से दावेदार; शरद के बेटे RJD से ठोक रहे ताल

    Updated: Wed, 03 Sep 2025 03:15 PM (IST)

    मधेपुरा में आगामी चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज है। पूर्व मुख्यमंत्री बी. पी. मंडल के पौत्र निखिल मंडल जदयू से टिकट के दावेदार हैं तो वहीं शरद यादव के पुत्र शांतनु बुंदेला राजद से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। इसके अतिरिक्त कई अन्य नेता भी अपनी-अपनी पार्टियों से टिकट पाने के लिए प्रयासरत हैं। मधेपुरा में सियासी घमासान देखने को मिल सकता है।

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    शरद यादव और बीपी मंडल। फाइल फोटो

    अमितेष, मधेपुरा। मंडल कमीशन के अध्यक्ष रहे पूर्व मुख्यमंत्री बिंध्येश्वरी प्रसाद मंडल (बी. पी. मंडल) के पौत्र से लेकर शरद यादव के पुत्र तक सियासी मैदान में भाग्य आजमाने को तैयार हैं। बी. पी. मंडल के पौत्र निखिल मंडल जदयू से टिकट के दावेदार हैं। वे 2020 के चुनाव में भी मधेपुरा विस सीट से प्रत्याशी थे।

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    मधेपुरा को कर्मभूमि बनाने वाले समाजवादी नेता शरद यादव के पुत्र शांतनु बुंदेला राजद से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। इनकी बहन सुभाषिणी गत विधानसभा चुनाव में बिहारीगंज सीट से भाग्य आजमाई थी लेकिन सफलता नहीं मिली।

    वहीं, विधानसभा, लोकसभा व राज्यसभा सदस्य रहे डॉ. आर. के यादव रवि के पुत्र कुमार चंद्रदीप भी मधेपुरा सीट से चुनाव की तैयारी में हैं। गत लोकसभा चुनाव में राजद के टिकट पर इनको करारी शिकस्त मिली थी।

    पूर्व एमलएसी बागेश्वरी प्रसाद सिंह के एक पौत्र सर्वेश्वर सिंह कांग्रेस से तो दूसरे डॉ. विक्रम सिंह राजद से आलमनगर सीट से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। इसी तरह 1971 और 80 में मधेपुरा से सांसद रहे आरपी यादव के पुत्र डॉ. सत्यजीत यादव भी जदयू से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं।

    बात निखिल मंडल की करें तो वे गत विधानसभा चुनाव में जदयू से मधेपुरा सीट से उम्मीदवार थे। इस बार भी क्षेत्र में सक्रिय हैं। इस वजह से स्वाभाविक दावेदार माना जा रहा है, लेकिन जदयू से भी दावेदारों की लंबी कतारें हैं। निखिल मंडल के पिता मणींद्र मंडल उर्फ ओम बाबू भी 2005 में लगातार दो बार मधेपुरा सीट से चुनाव जीत चुके हैं।

    1962 और 1972 में बीपी मंडल भी मधेपुरा सीट से ही चुनकर विधानसभा पहुंचे थे। शांतनु बुंदेला विगत ढाई वर्षों से मधेपुरा में सक्रिय हैं। 12 जनवरी 2023 को शरद यादव के निधन के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में उनकी दावेदारी की चर्चा थी। अब विधानसभा चुनाव में भी इनकी चर्चा हो रही है।

    मधेपुरा से गत लोकसभा में राजद से प्रत्याशी रहे प्रो. कुमार चंद्रदीप भी मधेपुरा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। हालांकि राह बहुत कठिन है। राजद के सीटिंग विधायक प्रो. चंद्रशेखर समेत यहां दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है। पूर्व सांसद आरपी यादव के पुत्र डॉ. सत्यजीत यादव भी मधेपुरा सीट से ही जदयू से ही टिकट की आस में हैं।

    वहीं, आलमनगर ड्योढ़ी परिवार से आने वाले बागेश्वरी सिंह कांग्रेस से एमएलसी रह चुके थे। उन्हीं के पौत्र सर्वेश्वर सिंह और डॉ. विक्रम सिंह आलमनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। सर्वेश्वर सिंह 2020 में सांसद पप्पू यादव की पार्टी जाप से चुनाव लड़ चुके हैं।

    इस बार वे कांग्रेस से दावेदारी जता रहे हैं। इनके छोटे भाई राजद की सदस्यता लेकर विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। आलमनगर ड्योढ़ी परिवार के ही वीरेंद्र सिंह आलमगनर सीट से तीन बार विधायक चुने गए थे और मंत्री भी रह चुके थे।

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