कार्यानंद शर्मा के चुनाव प्रचार में हुए लीन तो मैट्रिक में रामजी बाबू हुए फेल
लखीसराय । सूर्यगढ़ा के पूर्व विधायक रामजी प्रसाद महतो प्रसिद्ध किसान सह कम्युनिस्ट नेता पंडित का
लखीसराय । सूर्यगढ़ा के पूर्व विधायक रामजी प्रसाद महतो प्रसिद्ध किसान सह कम्युनिस्ट नेता पंडित कार्यानंद शर्मा की प्रेरणा से क्षेत्र के विकास के लिए राजनीति में आए। माणिकपुर निवासी रामजी प्रसाद महतो ने वर्ष 1952 में मैट्रिक परीक्षा का फॉर्म भरा था। उसी समय पंडित कार्यानंद शर्मा से प्रभावित हो गए। भाकपा का झंडा थामकर उनके चुनाव प्रचार में जुट गए। चुनाव प्रचार में लीन रहने के कारण रामजी प्रसाद महतो मैट्रिक परीक्षा में फेल हो गए। उधर पंडित कार्यानंद शर्मा भी चुनाव हार गए। रामजी बाबू फिर कंपार्टमेंटल परीक्षा में वे उत्तीर्ण हुए। वे अब भी अपने गांव में रहते हैं। उन्होंने बताया कि उस समय उनका पढ़ाई में मन नहीं लगने लगा। सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने लगे। इसके बाद वर्ष 1957 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने पंडित कार्यानंद शर्मा के पक्ष में जी-जान एक कर दिया। पंडित कार्यानंद शर्मा की जीत हुई। इसके बाद से वे सदस्यता ग्रहण किए बगैर भाकपा के लिए काम करने लगे। सामाजिक कार्यों में रूचि लेने के कारण वे मुखिया बन गए। वर्ष 1977 के चुनाव में त्तकालीन विधायक सुनैना शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद मुखिया रहते हुए ही वे सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद गए। जबकि अरमा पंचायत के मुखिया प्रसिद्ध नारायण सिंह जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े। रामजी बाबू की चुनाव में जीत हुई। प्रसिद्ध नारायण सिंह दूसरे एवं सुनैना शर्मा तीसरे स्थान पर रहे। वर्ष 1980 में भी उन्होंने आइएनसी (यू) से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। वे हमेशा क्षेत्र की जनता से जुड़े रहे हैं।