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    टेंशन में गुरुजी, बच्चे परेशान! KK Pathak के विभाग के इस आदेश से सबके छूट रहे पसीने

    KK Pathak News बिहार में शिक्षा विभाग के नए आदेश ने सबकी परेशानी बढ़ा दी है। नौंवी कक्षा में नामांकन को लेकर बच्चे तो परेशान है ही। साथ ही बच्चों के अभिभावक और शिक्षक भी इस आदेश से टेंशन में हैं। दरअसल पहली बार सरकारी स्कूलों में नौंवी कक्षा में नामांकन उसी पंचायत के हाई स्कूल में अनिवार्य कर दिया गया है।

    By Mritunjai Mishra Edited By: Shashank Shekhar Updated: Sun, 28 Apr 2024 01:49 PM (IST)
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    टेंशन में गुरुजी, बच्चे परेशान! KK Pathak के विभाग के इस आदेश से सबके छूट रहे पसीने (फोटो- जागरण)

    संवाद सहयोगी, लखीसराय। सरकार के शिक्षा विभाग ने पहली बार सरकारी स्कूलों में आठवीं कक्षा पास छात्र-छात्राओं को उसी पंचायत के हाई स्कूल में नौवीं कक्षा में नामांकन अनिवार्य किया है।

    विभाग के इस नए नियम और आदेश का पालन भी जिले के स्कूलों में किया जा रहा है, लेकिन कई ऐसे स्कूल हैं, जहां के आठवीं पास बच्चों को नौवीं कक्षा में नामांकन कराने में पसीना बहाना पड़ रहा है।

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    बावजूद इसके बच्चों का नामांकन नहीं हो पा रहा है। विद्यालय के शिक्षक विभाग के इस नए आदेश से टेंशन में हैं। वहीं, बच्चों का नामांकन नहीं होने से अभिभावक भी परेशान हैं।

    शनिवार को उरैन और बुधौली बनकर पंचायत के दर्जनों अभिभावक और बच्चे सूर्यगढ़ा के विधायक प्रहलाद यादव के किऊल स्थित आवास पर पहुंचकर नामांकन में हो रही परेशानी से निजात दिलाने की गुहार लगाई। विधायक प्रहलाद यादव ने डीईओ यदुवंश राम से बात कर इसका समाधान करने को कहा।

    नौवीं कक्षा में नामांकन में अड़ंगा

    जिले में 10 से 15 ऐसे मध्य विद्यालय हैं, जहां हाई स्कूल की दूरी मध्य विद्यालय से पांच से छह किलोमीटर तक है। इस कारण बच्चे अपने गांव से इतनी दूर हाई स्कूल में नामांकन नहीं कराना चाहते हैं।

    जो हाई स्कूल मध्य विद्यालय से आधा किलोमीटर या एक किलोमीटर की दूरी पर है। वह विद्यालय पोषक क्षेत्र से बाहर दूसरी पंचायत में पड़ता है ऐसे में बच्चों का नामांकन नजदीक वाले हाई स्कूल में नहीं लिया जा रहा है।

    इस कारण जिले में सैकड़ों बच्चे नौवीं कक्षा में नामांकन लेने से फिलहाल वंचित हैं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक डीईओ को आवेदन देकर नामांकन के नए आदेश के तहत हो रही परेशानी से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।

    केस स्टडी

    जिले की बुधौली बनकर पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चंपानगर में कक्षा आठ में 77 बच्चे, मध्य विद्यालय लय में कक्षा आठ में 35 बच्चे, उत्क्रमित मध्य विद्यालय अनुसूचित जाति लय में कक्षा आठ में 40 बच्चे आठवीं कक्षा पास हुए हुए हैं जिन्हें उसी पंचायत के उच्च विद्यालय में नौवीं कक्षा में नामांकन लेना है।

    इन तीनों मध्य विद्यालय के पोषक क्षेत्र में उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय कानीमोह और माध्यमिक विद्यालय सिंघौल-तेतरिया आता है जिसकी दूरी पांच-पांच किलोमीटर के करीब है। इस कारण चंपानगर एवं लय के बच्चे अधिक दूरी के विद्यालय में नौवीं कक्षा में नामांकन नहीं कराना चाहते हैं।

    ग्रामीणों का कहना है कि बुधौली बनकर पंचायत के हाई स्कूल से नजदीक उरैन पंचायत के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय नवकाडीह है, जो चंपानगर और लय से एक किलोमीटर की दूरी पर है। टेट-एसटेट नियोजित शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने डीईओ से मिलकर इसका समाधान करने की गुहार लगाई है।

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