Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    किशनगंज में एंट्री माफियाओं पर कसा जाएगा नकेल, डीएम ने एसपी को लिखा लेटर

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 01:57 PM (IST)

    किशनगंज के डीएम ने एसपी को एंट्री माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए तीन महीने पहले पत्र लिखा था। कार्रवाई नहीं होने पर डीएम ने फिर एसपी को पत्र भेजा। ...और पढ़ें

    Hero Image

    किशनगंज के एसपी सागर कुमार (जागरण फोटो)

    संवाद सहयोगी, किशनगंज। डीएम ने एसपी को पुलिस मुख्यालय से एंट्री माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए तीन माह पहले पत्र लिखा गया था।

    इस मामले में पुलिस स्तर पर ठोस कार्रवाई कर प्रतिवेदन नहीं देने के बाद शनिवार को फिर डीएम ने कार्रवाई कर प्रतिवेदन भेजने को लेकर एसपी को पत्र भेजा है।

    पुलिस मुख्यालय के द्वारा किशनगंज डीएम और एसपी को 28 अगस्त को पत्र भेज कर किशनगंज में सक्रिय एंट्री माफियाओं के संगठित गिरोह पर कार्रवाई को लेकर पत्र भेजा था।

    किशनगंज डीएम ने 24 सितंबर को इस आलोक में एसपी को कार्रवाई को लेकर पत्र भेजा था। लेकिन तीन महीना बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर फिर से डीएम ने शनिवार को कार्रवाई को लेकर एसपी को पत्र भेजा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं, एसपी सागर कुमार ने बताया पुलिस मुख्यालय के द्वारा भेजे गए पत्र में उल्लेख 12 नाम में से एक एंट्री माफिया मंजर आलम के विरुद्ध कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया है। बांकी 11 उल्लेखित नाम की जांच कर कार्रवाई की जा रही है।

    दरअसल, किशनगंज जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 327 ई पर संगठित एंट्री माफिया गिरोह का कब्जा है और इसी एंट्री माफिया संगठित गिरोह पर कार्रवाई को लेकर पुलिस मुख्यालय के द्वारा पत्र भेजा गया था लेकिन पत्र में उल्लेख एंट्री माफियाओं के 12 नाम में से अधिकतर नाम राजनीतिक रसुखदार और पंचायत से लेकर सदन तक धमक रखने वाले लोगों का होने की वजह से पुलिस भी इन पर अब तक कार्रवाई नहीं कर पा रही है। हालांकि मामला सामने आने के बाद पुलिस ने फिर से करवाई शुरू की है।

    रसूखदारों से है एंट्री माफिया का खास नाता

    मुख्यालय के द्वारा भेजे गए पत्र में 12 नाम शामिल हैं। सूत्र बताते हैं कि इनमें से कई पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। कई के रिश्तेदार त्रिस्तरीय पंचायत के प्रमुख पद पर आसीन है। जबकि सदन तक में इनलोगों की पहुंच है।

    हालांकि, वर्तमान में बहादुरगंज के एलआरपी चौक से चार-पांच किलोमीटर के भीतर एक होटल में एंट्री माफिया अपना डेरा डाल रखा है। वाहनों का मैसेज मिलते ही अपने गाड़ी से रोड में उतरकर गाड़ियों को पार कराया जाता है।

    यह भी पढ़ें- 'मेजर', 'ब्लैक गोल्ड'...NH पर माफिया राज, सीक्रेट कोड बताने पर ही वाहनों को मिलती है एंट्री