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    Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले JDU को बड़ा झटका, वक्फ कानून को लेकर एक और नेता ने दिया इस्तीफा

    किशनगंज में वक्फ संशोधन कानून को लेकर एक और जदयू नेता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस कानून को मुस्लिम समुदाय के खिलाफ बताया और कहा कि यह उनकी संपत्ति छीनने वाला है। आगामी बिहार चुनाव से पहले इस इस्तीफे को जदयू के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है जिससे बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में बदलाव की संभावना है।

    By Shailesh Bharti Edited By: Piyush Pandey Updated: Sat, 19 Apr 2025 08:25 PM (IST)
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    जदयू जिलाध्यक्ष ने वक्फ कानून से आहत होकर पार्टी से दिया इस्तीफा। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, किशनगंज। मुस्लिम बहुल किशनगंज जिला में वक्फ संशोधन कानून को लेकर जंग छिड़ा हुआ है। वहीं, शनिवार को इस कानून को लेकर जदयू पार्टी को बड़ा झटका लगा है।

    जदयू के मजबूत स्तंभ माने जाने वाले जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने वक्फ संशोधन कानून का जदयू द्वारा समर्थन करने से आहत होकर इस्तीफा दे दिया।

    उन्होंने कहा कि यह कानून मुस्लिम समुदाय के संपत्ति छीनने और उसके हक पर अधिकार जमाने वाला कानून है। पार्टी उनकी बातों को नहीं सुनी और वे इस कानून के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए पूर्व में ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर चुके हैं और वे इस कानून के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।

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    उन्होंने कहा कि मैं विधायक, सांसद रहूं या ना रहूं लेकिन अपने समुदाय के अधिकार को लेकर हमेशा खड़े रहेंगे। उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि 15 साल से पार्टी के लिए सिपाही की तरह काम किया। क्षेत्र में पार्टी के संगठन को मजबूत कर आगे बढ़ाया लेकिन पार्टी उनकी नहीं सुनी।

    इस्तीफा देने के दौरान हुए भावुक

    भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि वे आज पार्टी से अलग हो रहे हैं इसका गम है, लेकिन अपने और समाज के अधिकार के लिए कुछ करने के लिए त्याग भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय भी जदयू का वोटर है लेकिन नीतीश कुमार ने उसे दरकिनार कर जो फैसला लिया है वो इस समुदाय के लोगों को स्वीकार नहीं है।

    हालांकि, आगामी विधानसभा चुनाव से पहले किशनगंज में जदयू पार्टी के मजबूत स्तंभ माने जाने वाले मुजाहिद आलम के पार्टी से इस्तीफा देने से पार्टी कमजोर होने की बात राजनीतिक जानकार बता रहे हैं।

    पार्टी से इस्तीफा देने के साथ ही उनके पार्टी कार्यालय से नीतीश कुमार का जदयू वाला लगा पोस्टर हटा दिया गया और नया स्लोगन सीमांचल के मर्दे मुजाहिद मास्टर मुजाहिद वाला पोस्टर लगाया गया।

    बताते चलें कि बीते लोकसभा चुनाव में वे जदयू पार्टी से प्रत्याशी भी थे। वहीं, किसी अन्य पार्टी में जाने की बात पूछने पर उन्होंने बताया कि अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।

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