बिहार के किशनगंज में पकड़े गए बांग्लादेशी घुसपैठियों का बड़ा खुलासा... जानें, भारत में घुसने से नौकरी-आधार कार्ड का माड्यूल
Bihar News बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद बिहार में किशनगंज के रास्ते घुसपैठ बढ़ गई है। बांग्लादेशियों को भारत में घुसपैठ कराने के लिए सीमा के दोनों तरफ एजेंट सक्रिय हैं। ये भारत में घुसने से लेकर नौकरी दिलाने आधार कार्ड व अन्य प्रमाण पत्र बनवाने में मदद करते हैं।

ललित झा, जागरण, गलगलिया (किशनगंज)। Bihar News नेपाल सीमा पर बसे गलगलिया क्षेत्र में बंगाल के पानीटंकी से लेकर ठाकुरगंज प्रखंड के अंतिम छोर तक बांग्लादेशियों की घुसपैठ हो रहा है। जब से बांग्लादेश में तख्ता पलट हुआ है, तब से घुसपैठ में और तेजी आई है। घुसपैठ कराने में सीमा के दोनों तरफ एजेंट सक्रिय होते हैं, जो बांग्लादेशियों के भारतीय आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी फर्जीवाड़ा कर बनवा देते हैं।
यह जानकारी हाल के दिनों में पकड़े गए बांग्लादेशियों ने दी है। सिर्फ जुलाई माह में चार बांग्लादेशी पकड़े गए। सभी सीमावर्ती इलाकों में दूसरे के घरों में काम कर अपना ठिकाना बनाने के फिराक में थे। इन लोगों के पास से बांग्लादेशी होने के प्रमाण भी मिले। यह भी पता चला कि बांग्लादेशी यहां अपना नाम बदलकर रह रहे हैं।
जुलाई माह में पकड़े गये चार बांग्लादेशी नागरिक
15 जुलाई से अब तक चार बांग्लादेशी को सीमा पर तैनात एसएसबी 41वी बटालियन के पानीटंकी सी कंपनी ने पकड़कर बंगाल के खोरीबारी पुलिस को सौंपा है। 17 जुलाई को पानिटंकी एसएसबी ने 47 वर्षीय मोहंता बर्मन पिता हरसुन्दर बर्मन गरेनिया ठाकुरगाव सदर, बंगलादेश को गिरफ्तार किया था। 18 जुलाई को बार्डर पर 27 वर्षीय मु. अजीजुल हाकिम शब्बीर पिता अब्दुल हुसैन को बंगलादेशी व नेपाली रुपये के साथ एसएसबी ने पकड़ा गया था।
25 जुलाई को अतेत राय (28) पिता गजेंद्र नाथ राय थाना पीरगंज जिला ठाकुरगाव (बांग्लादेश) को पकड़ा गया। अतेत राय सीमावर्ती इलाकों में दूसरे के घरों में काम कर दिन काट रहे थे। इनके पास से बांग्लादेशी होने का प्रमाण पत्र बरामद हुआ था।
15 जुलाई को इसी कंपनी ने नेपाल सीमा पर सुकुमार चंद सील पिता निपेन चंद्र सील गांव वेस्ट ब्वालमारी, पो मांझीपारा,तेतुलिया पंचगढ़ बांग्लादेश को पकड़ा गया। सुकुमार बंगाल के इलाके में बीते चार माह से सुकुमार शर्मा बनकर रह रहा था। जिसके पास से बंगलादेशी होने के प्रमाण पत्र के साथ साथ भारतीय आधार कार्ड भी बरामद किया गया था।
इसकी जांच के लिए एसएसबी ने खोरीबारी पुलिस को सौंप दिया था। इनलोगों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया था कि वो लोग बंगलादेश से एजेंट के माध्यम से भारत आए थे। यहां आने पर फर्जी तरीके से आधार कार्ड भी बनाया गया।
फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनाने का हुआ खुलासा
सात जून को ठाकुरगंज प्रखंड के अंतिम छोर नेपाल से सटे बंदरझुला पंचायत के गिल्हाबाड़ी में गलत ढंग से आधार कार्ड बनाने का खुलासा जियापोखर पुलिस ने किया था। इस मामले में गिरफ्तार मु. असराफुल ने बंगाल के लोगों के साथ गलत ढंग से आधार बनाने करते थे। इस मामले में फिलहाल वो किशनगंज जेल में बंद है। उसने पुलिस को बताया था कि वो बंगाल के पंकज और साधन नाम के युवक के लिए गलत तरीके से आधार कार्ड बनाने का कार्य कर रहे थे। आरोपी के यहां से पुलिस ने बंगाल के दस्तावेज भी बरामद किया था।
जिन लोगो को बांग्लादेशी प्रमाण पत्र व भारतीय आधार कार्ड के साथ पकड़ा गया है। ये मामला खोरीबारी थाना के अधीन है। पुलिस को जांच करना है कि उनका भारतीय क्षेत्र में आधार कार्ड कैसे बना। एसएसबी पूरी तरह चौकस है। ए. केसी. सिंह, डीआईजी, सीमांत मुख्यालय रानीडांगा, सिलीगुड़ी
जियापोखर थाना क्षेत्र के गिल्हाबाड़ी में गलत तरीके से आधार कार्ड का पर्दाफाश हुआ था। मामले में जांच चल रही है। बंगाल के लोगों व बंगलादेशी के लिए आधार कार्ड निर्गत कैसे हुआ इसके लिए साक्ष्य जुटाया जा रहा है। जिसके बाद ही कुछ स्पष्ट होगा। मंगलेश कुमार सिंह, एसडीपीओ टू, ठाकुरगंज
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