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    खगड़िया के सुमन शेखर ने लहराया सिनेमा में परचम, ‘ख़्वाबिदा’ को मिला बेस्ट रोमांटिक फिल्म का पुरस्कार

    Updated: Mon, 29 Sep 2025 07:18 PM (IST)

    खगड़िया के सुमन शेखर की फिल्म ख़्वाबिदा को मुंबा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ रोमांटिक फिल्म का पुरस्कार मिला। यह 15 मिनट की लघु फिल्म है जिसमें सुमन शेखर और नम्रता साहनी ने अभिनय किया है। फिल्म की कहानी एक प्रेम कहानी पर आधारित है जिसे अपनी संवेदनशीलता और सिनेमैटोग्राफी के लिए सराहा गया है।

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    सुमन शेखर अभिनीत फिल्म ‘ख़्वाबिदा’ को बेस्ट रोमांटिक फिल्म का मिला अवार्ड। फोटो जागरण

    जागरण संवाददाता, खगड़िया। खगड़िया के लाल ने कमाल कर दिखाया है। सिने जगत में परचम लहराया है। मालूम हो कि पुणे में आयोजित छठे मुंबा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में इस बार देश-विदेश की चुनिंदा लघु और स्वतंत्र फिल्मों का भव्य प्रदर्शन हुआ।

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    राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम और फिल्म्स डिवीजन ऑफ इंडिया के सहयोग से आयोजित इस महोत्सव में दुनिया भर के फिल्मकारों ने भाग लिया। फेस्टिवल में विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार घोषित किए गए।

    इनमें ‘अनमे’ को प्रथम सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म, ‘अंतर’ को द्वितीय और ‘ए नेम’ को तृतीय स्थान मिला। ‘ऑपरेशन मां’ को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री, ‘देसी ऊन’ को बेस्ट एनीमेशन, और ‘नीरोप’ को सर्वश्रेष्ठ मराठी शॉर्ट फिल्म का सम्मान दिया गया।

    इस क्रम में खगड़िया, बिहार के युवा फिल्मकार सुमन शेखर की फिल्म ‘ख़्वाबिदा’(सपनों में खोया हुआ) को बेस्ट रोमांटिक फिल्म का पुरस्कार प्राप्त हुआ।

    ‘ख़्वाबिदा’ एक लघु फिल्म है। यह लगभग 15 मिनट की फिल्म है। फिल्म का निर्देशन प्रशांत बेवार और विशाल ने किया है। इसमें सुमन शेखर और नम्रता साहनी ने अभिनय किया है।

    दोनों के अभिनय को काफी सराहना मिली है। ‘ख़्वाबिदा’ एक प्रेम कहानी है। यह एक सॉफ्ट लव स्टोरी है। लगभग पूरी कहानी एक कमरे के इर्द-गिर्द घूमती है। ‘ख़्वाबिदा’ को इसकी संवेदनशील प्रेमकथा, मार्मिक संवाद और बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी के लिए विशेष रूप से सराहा गया।

    बताते चलें कि सुमन शेखर, खगड़िया के प्रसिद्ध साहित्यकार स्मृति शेष कैलाश झा किंकर के पुत्र हैं। सुमन शेखर के अग्रज शंकरानंद युवा हिंदी कवियाें में एक जाना-पहचाना नाम है।

    सुमन शेखर पिछले एक दशक से दिल्ली और अब मुंबई में रंगमंच व फिल्म निर्माण में सक्रिय हैं। उनकी एक साथ चार फिल्में इस समय देश और विदेश के विभिन्न फिल्म फेस्टिवलों में प्रदर्शित हो रही हैं और बड़े पर्दों पर सराही जा रही हैं। उनकी फिल्म ‘द सैडिस्ट’ देश के विभिन्न फिल्म फेस्टिवल्स में सराहना के बाद जर्मनी में भी स्क्रीनिंग हो चुकी है।