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    खगड़िया बना शतरंज का हब! शह और मात के खेल में इतने खिलाड़ियों ने पलटी बाजी

    By Amit JhaEdited By: Jagran News Network
    Updated: Wed, 23 Aug 2023 06:46 PM (IST)

    शतरंज अपेक्षाकृत कठिन खेल माना जाता है। शतरंज के खिलाड़ी कहीं भी कम पाए जाते हैं। इस खेल को लेकर कई मुहावरे प्रचलन में हैं। खगड़िया आज शतरंज का हब बनता जा रहा है। यहां से बड़ी संख्या में खिलाड़ी निकल रहे हैं। वे प्रदेश से बाहर भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। कई खिलाड़ियों ने सफलता भी हासिल की है।

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    खगड़िया बनता जा रहा शतरंज का हब, शह और मात के खेल में कई खिलाड़ियों ने पलटी बाजी

    जागरण संवाददाता, खगड़िया: शतरंज अपेक्षाकृत कठिन खेल माना जाता है। शतरंज के खिलाड़ी कहीं भी कम पाए जाते हैं। इस खेल को लेकर कई मुहावरे प्रचलन में हैं। खगड़िया आज शतरंज का हब बनता जा रहा है। यहां से बड़ी संख्या में खिलाड़ी निकल रहे हैं।

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    वे प्रदेश से बाहर भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। शुभम कुमार अंडर 19 के खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2022 में पूना में आयोजित प्रतियोगिता में अनरेटेड वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया। पुरस्कार स्वरूप उन्हें 50 हजार की राशि मिली। पूना में ही खेली गई दूसरी प्रतियोगिता में ओपन अनरेटेड वर्ग में दूसरा स्थान प्राप्त किया।

    इन खिलाड़ियों ने किया कमाल 

    तन्नू कुमारी अंडर 19 वर्ग की खिलाड़ी हैं। वे स्कूली दक्ष प्रतियोगिता में 2023 में बिहार चैंपियन रही। केशव कुमार यशवंत भी उभरता हुआ नाम है। शतरंज को व्यापक फलक प्रदान करने में नशा मुक्त भारत शतरंज अकादमी के संस्थापक प्रेम कुमार यशवंत का महत्वपूर्ण योगदान है।

    वे इसके विकास को लेकर लगातार अभियान चला रहे हैं। प्रेम कुमार यशवंत ने कहा कि लगातार के श्रम और जागरूकता की बदौलत शतरंज की ओर नई पौध का झुकाव बढ़ा है। स्कूली छात्र-छात्राएं शतरंज खेल रहे हैं। शतरंज की सभी प्रतियोगिता आपसी सहयोग से आयोजित करते हैं।

    कहीं से कोई फंडिंग नहीं हैं। नशा मुक्त भारत शतरंज अकादमी की ओर से 23 माह में 23 नि:शुल्क शतरंज प्रतियोगिता आयोजित की जा चुकी है। 10 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है। शिविर भी नि:शुल्क आयोजित हुआ है।