खगड़िया में कसरैया धार बनेगा पर्यटन का नया केंद्र, अवैध खनन पर भी होगी कार्रवाई
खगड़िया के कसरैया धार को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है। डीएम नवीन कुमार ने निरीक्षण कर फाइव स्टार होटल, वाटर स्पोर्ट्स और एडवेंचर सुव ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, चौथम (खगड़िया)। खगड़िया को ‘नदियों का नैहर’ कहा जाता है। यहां से होकर सात बड़ी नदियां गुुजरती हैं। 54 धारा-उपधारा है। कहने का मतलब प्रकृति ने खगड़िया को जल संसाधन से भरपूर सजाया-संवारा है। यहां नदी पर्यटन की अपार संभावना है। इन 54 धारा-उपधारा में एक कसरैया धार भी है, जो एनएच-31 और 107 से भी जुड़ती है।
कसरैया धार लोक आस्था में रचा-बसा हुआ है। कसरैया किनारे-किनारे खूबसूरत विशाल सेमल के पेड़ों पर पक्षीराज गरूड़ का भी बसेरा है। जो इसे खास आकर्षण प्रदान करता है। इसका प्रवाह क्षेत्र तीन प्रखंड चौथम, मानसी और गोगरी से जुड़ा हुआ है। इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग समय-समय पर उठती रही है।
रविवार को खगड़िया डीएम नवीन कुमार ने कसरैया धार का जायजा लिया। इस मौके पर गोगरी एसडीओ कृतिका मिश्रा समेत कई अधिकारी मौजूद रहे। निरीक्षण के क्रम में डीएम नवीन कुमार ने कहा कि कसरैया धार आने वाले दिनों में पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा।
यह पर्यटन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। इसके लिए विभागीय सचिव का ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस स्थल पर एक फाइव स्टार होटल, वाटर स्पोर्ट्स समेत वाटर एडवेंचर की सुविधाएं प्रदान की जाएगी, जिससे बिहार के पर्यटक समेत अन्य राज्यों के पर्यटक इस स्थल को काफी पसंद करेंगे।
उन्होंने कहा कि कसरैया में पानी का स्त्रोत भूमि के अंदर से है। जिससे इसका जल काफी साफ है। एनएच के किनारे रहने से इस धार को पर्यटन स्थल के रूप में काफी विकसित किया जाएगा।
सफेदपोशों के संरक्षण में फल-फूल रहा अवैध खनन का कारोबार
परबत्ता प्रखंड क्षेत्र में गंगा किनारे अवैध खनन जारी है। जिससे सरकार को राजस्व की हानि हो रही है। बीच-बीच में विभागीय कार्रवाई होती है, परंतु खनन रुक नहीं रहा है। सूत्रों के अनुसार इस अवैध धंधे में एक मजबूत गिरोह काम कर रहा है, जिसकी पैठ बड़े स्तर पर है। कुछेक सफेदपोशों का संरक्षण इसको प्राप्त है। अगर स्थानीय पुलिस-प्रशासन सक्रियता बरते, तो इस धंधे पर विराम लग सकता है।
हद तो यह है कि बीते दिनों परबत्ता और मड़ैया थाना क्षेत्र में खनन विभाग की ओर से कार्रवाई करते हुए पांच मिट्टी-बालू लोड ट्रैक्टर पकड़ी गई। तीन ट्रैक्टर परबत्ता और दो ट्रैक्टर मड़ैया थाना क्षेत्र से पकड़ी गई। परंतु ट्रैक्टर मालिकों का नाम-पता अबतक नहीं चल पाया है।
सूत्रों के अनुसार कुछेक स्थानीय पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत खनन माफिया से है। अवैध खनन में कुछेक ईंट भट्ठा संचालक भी शामिल हैं। सलारपुर दियारा गंगा घाट, भरतखंड गंगा घाट, खजरैठा गंगा घाट, माधवपुर गंगा घाट, लगार गंगा घाट, अगुवानी गंगा घाट के किनारे-किनारे धड़ल्ले से मिट्टी-बालू का खनन हो रहा है।
इस संबंध में परबत्ता सीओ हरिनाथ राम का एक ही जवाब है- अवैध खनन को रोकने को लेकर समय-समय पर छापेमारी की जाती है। अवैध खनन पर पूरी तरह से शिकंजा कसा जाएगा। वहीं, खनन निरीक्षक सपना कुमारी ने बताया कि अवैध खनन रोकने को लेकर प्रयास जारी है।
इस संबंध में मड़ैया थानाध्यक्ष रिकी कुमार ने कहा कि, खनन विभाग ने ट्रैक्टर पकड़ कर थाना को सौंपी है। खनन विभाग की ओर से डीटीओ को लिखा गया है। खैर, अवैध खनन कब रुकेगा और खनन माफिया का पर्दाफाश होगा, इसका इंतजार आमजन को है।

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