Katihar News: कोसी नदी का पानी में डूब रही लोगों की जिंदगी, टेंट और प्लास्टिक के सहारे कर रहे जीवनयापन
कटिहार के कोढा प्रखंड स्थित नंद ग्राम जरलाही गांव में कोसी नदी में आई बाढ़ से हालात गंभीर हैं। लगभग 400-500 घर पानी में डूब गए हैं जिससे लोग बेघर हो गए हैं। भोजन और पानी की किल्लत है और कई परिवार सड़क किनारे रहने को मजबूर हैं। स्कूल जलमग्न होने से पढ़ाई ठप है। अंचलाधिकारी ने मदद का आश्वासन दिया है।

संवाद सूत्र, कोढा (कटिहार)। कोसी नदी का उफनता पानी खेत-खलिहानों के बाद अब इंसानी जिंदगी को घेर लिया है। प्रखंड के नंद ग्राम जरलाही गांव में हालात बिगड़ चुके हैं। लगभग 400 से 500 घर पूरी तरह पानी में डूब चुका है।
कभी बच्चों की किलकारियों से गूंजने वाले आंगन अब पानी के सन्नाटे में डूबे हैं। गांव के लोग पेट की आग बुझाने के लिए जूझ रहे हैं। भोजन और पीने के साफ पानी की भारी किल्लत है।
परिवारों को मजबूरी में सड़क किनारे उंचे स्थानों पर टेंट और प्लास्टिक के सहारे रहना पड़ रहा है। कुछ घर ऐसे हैं जहां लोग अपने ही मकानों की छतों पर दिन-रात बिताने को विवश हैं।
गांव का स्कूल परिसर भी जलमग्न हो गया है। बच्चों की पढ़ाई अगले आदेश तक ठप पड़ गई है। अंचलाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और मदद का आश्वासन दिया है लेकिन अब तक कोई ठोस प्रशासनिक सहायता गांव तक नहीं पहुंची।
गांव के बुजुर्ग बालकृष्ण यादव, सुधीर महलदार ने कहा कि प्रकृति की यह विडंबना है कि नीचे कोसी का बाढ़ का पानी हमें डूबों रहा है तो ऊपर से इंद्र देव की लगातार बरसात हमें भिगो रही है।
महिलाएं छोटे बच्चों को गोद में लिए तिरपाल के नीचे बैठी हैं, और आंखों में बस एक ही सवाल है हमारा घर कब लौटेगा?
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