Katihar New DM: कटिहार जिले को मिला नया डीएम, पहली मीटिंग में ही बता दिया 3 महीने का प्लान
कटिहार जिले को नया जिलाधिकारी मिल गया है। नए डीएम ने पदभार संभालते ही अपनी प्राथमिकताओं का खुलासा किया। उन्होंने पहले मीटिंग में ही अगले तीन महीनों के ...और पढ़ें

50वें डीएम के रूप में आशुतोष द्विवेदी ने समाहरणालय स्थित कार्यालय में पदभार ग्रहण किया।
संवाद सहयोगी, कटिहार। 50वें डीएम के रूप में आशुतोष द्विवेदी (Katihar New DM Ashutosh Dwivedi) ने शुक्रवार को समाहरणालय स्थित कार्यालय में पदभार ग्रहण किया। समाज के अंंतिम पंक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का प्रण उनकी पहली प्राथमिकता है। पदभार ग्रहण करने के साथ ही डीएम एक्शन में भी आ गए। सभी विभाग के पदाधिकारी के साथ पहली बैठक की।
इस दौरान अगले तीन महीनों की प्राथमिकताओं पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक के दौरान डीएम ने उपस्थित पदाधिकारियों से संबंधित विभागीय कार्यों की जानकारी ली तथा उनके दायित्वों पर चर्चा की। प्रखंड नोडल पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी प्रखंडों का भ्रमण कर अंचल स्तर पर चल रहे परिमार्जन (सुधार) एवं म्यूटेशन (दखल परिवर्तन) में तेजी लाना है।
विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान कार्य करने वाली सभी एजेंसियों का लंबित भुगतान को समय पर भुगतान कराना सुनिश्चित करें। राज्य एवं केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया जाएगा। डीएम ने जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड एवं पंचायत स्तर तक के कार्यालयों का व्यवस्थित संचालन सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया।
डीएम ने कहा कि सभी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर तक के पात्र लाभुकों तक पहुंचाना उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता होगी। जिले की जमीनी आवश्यकताओं, चुनौतियों और जनसमस्याओं को बारीकी से समझकर योजनाओं का पारदर्शी और प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, तीव्रता और जनसहभागिता को बढ़ावा देने की बात कही।
उन्होंने कहा कि आम जनता से संवाद और विभागीय समन्वय को मजबूत कर विकास के हर क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।
इस अवसर पर एडीएम डॉ. बिनोद कुमार, डीडीसी अमित कुमार समेत कई विभागीय पदाधिकारियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। बाढ़, कटाव और पुनर्वास की जटिल चुनौती होगी। कटाव से विलीन होते खेत और घर, बाढ़ कटाव से विस्थापित परिवार की बड़ी संख्या विभिन्न प्रखंड में बांधों, सड़कों के किनारे झोपड़ी में वास करती है। हालांकि अनुमंडल पदाधिकारी मनिहारी रहते हुए डीएम इससे अवगत भी हैं।

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