Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    सरसों के खेतों और प्रवासी पक्षियों से सजा गोगाबिल झील, नए साल के स्वागत के लिए परफेक्ट पिकनिक स्पॉट

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 12:28 PM (IST)

    गोगाबिल झील, बिहार का छठा रामसर स्थल, नए साल पर पिकनिक मनाने वालों से गुलजार है। कटिहार के मनिहारी में स्थित यह झील सरसों के पीले खेतों और प्रवासी पक् ...और पढ़ें

    Hero Image

    गोगाबिल झील

    संवाद सूत्र, मनिहारी (कटिहार)। प्रवासी पक्षियों के कलरव, दूर-दूर तक सरसों खेत के हवा संग झूमते पीले फूल बरबस अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। आंख को सुकून तो दिल झूम उठता है। प्राकृतिक सौंदर्यता से परिपूर गोगाबिल झील नववर्ष के आगमन के साथ ही पिकनिक मनाने वालों की चहलकदमी की आहट से गुलजार हो उठा है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यहां नए साल को लेकर पक्षी प्रेमी, पर्यटक सहित कई लोग पहुंचते है। फिलहाल गोगा बिल झील के आसपास पीले सरसों की फूल व गोगाबिल झील पक्षी अभ्यारण्य में कलरव करती प्रवासी पक्षियां लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। 

    कैसे पहुंचे गोगाबिल झील 

    यहां पहुंचने के लिए सड़क मार्ग उपयुक्त है। जिला मुख्यालय से मनिहारी से होते हुए सुरापार टाल सड़क मार्ग होकर मड़वा गांव तक कालीकरण सड़क है। वहां से चंद कदमों पर गोगाबिल झील है। बता दें कि गोगाबिल झील को अभी कुछ दिन पहले ही रामसर साइट का दर्जा मिला है। यह बिहार का छठा रामसर स्थल है। 

    ग्रामीणों के अनुसार यहां आने वाले पर्यटकों के लिए विभाग द्वारा नौका, दूरबीन, गाइड सहित अन्य व्यवस्था होनी चाहिए। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग बिहार सरकार के अधिसूचना के अनुसार मनिहारी अनुमंडल के गोगाबिल झील के 73 दशमलव 78 एकड़ गैरमजरूआ सरकारी भूमि को गोगाबिल संरक्षण आरक्ष तथा 140 दशमलव 29 एकड़ निजी भूमि की अधिसूचना वन्य प्राणी द्वारा गोगाबिल सामुदायिक आरक्षण घोषित किया गया है। 

    214 एकड़ में फैला है गोगाबिल झील

    गोगाबिल झील करीब 214 एकड़ भूभाग में फैला है। गोगा बिल झील पूर्णिया वन प्रमंडल के अंतर्गत है। इसे विकसित करने के उद्देश्य को लेकर गोगा बिल कंजर्वेशन रिजर्व एवं कम्युनिटी रिजर्व बनी है। हालांकि यहां अभी कई व्यवस्था व सुविधा की दरकार दिखती है। 

    इसी वर्ष सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा में जिला आगमन की सूचना पर काफी आकर्षक ढंग से गोगाबिल को सजाया संवारा गया था। आई लव गोगाबिल झील का बोर्ड व सेल्फी प्वाइंट बनाया गया था। किंतु मुख्यमंत्री के जाते ही सभी बोर्ड गायब हो गए।