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    आरएस, सीएस खतियान की पेंच में बिगड़ रहे रिश्ते

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    Updated: Sun, 17 Jan 2016 06:46 PM (IST)

    कटिहार [नीरज कुमार]। आरएस(नया सर्वे) व सीएस(पुराना सर्वे) की पेंच में बिहार और झारखंड के बीच गहराते

    कटिहार [नीरज कुमार]। आरएस(नया सर्वे) व सीएस(पुराना सर्वे) की पेंच में बिहार और झारखंड के बीच गहराते सीमा विवाद के कारण दोनों राज्यों के बीच रिश्ते भी बिगड़ रहे हैं। बैजनाथपुर, महेशपुर एवं कारगिल दियारा क्षेत्र की करीब 2000 एकड़ जमीन पर परस्पर दावे के कारण इस विवाद पर शीघ्र विराम लगने की संभावना कम ही दिखाई दे रही है। सीएस खतियान को आधार बताकर बिहार उक्त जमीन पर झारखंड के दावे को पूरी तरह खारिज कर रहा है। वहीं झारखंड प्रशासन इस सर्वे खतियान को मानकर आरएस खतियान के आधार पर सीमांकन करने पर अड़ा है। बिगड़ते रिश्ते का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तीन दिन पूर्व दियारा में जबरन फसल की कटाई साहिबगंज मुफस्सिल पुलिस एवं वहां के अंचल पदाधिकारी की मौजूदगी में कर ली गयी है। 483 एवं 484 खेसरा की जमीन पर झारखंड के दावे को खारिज करते हुए स्थानीय प्रशासन इसे बिहार सरकार की जमीन बताया है। पुलिस कैंप को लेकर चल रहे विवाद का सीधा असर जलीय सीमा की निगरानी एवं दियारा की सुरक्षा व्यवस्था पर पड़ेगा। बिहार और झारखंड के बीच बंटवारे में जमीन के सीमांकन को लेकर सीएस खतियान को ही आधार बनाया गया था। इससे पूर्व भी वर्ष 2003 में दोनों राज्यों के बीच बैजनाथपुर एवं महेशपुर मौजा की जमीन को लेकर आमने सामने की स्थिति बनी थी। उस वक्त भी इस विवाद को सीएस खतियान के आधार पर सुलझाया गया था। साहिबगंज जिला प्रशासन द्वारा बिहार पर जबरन झारखंड की जमीन कब्जा करने का आरोप लगाए जाने के बाद स्थानीय प्रशासन ने फौरी तौर पर सर्वे और रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताते चलें कि गंगा से सटे विशाल दियारा इलाके में सीमा विवाद को लेकर कई बार तनातनी की हालत बनी है।

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    दियारा इलाके में आज भी बांस बल्लियों के सहारे लोग अपनी रैयती जमीन का सीमांकन करते हैं। आठ वर्ष पूर्व भी जमीन पर दावे को लेकर ¨हसक झड़प के कारण आधा दर्जन लोगों की जान गयी थी। सीमांकन को लेकर दोनों राज्यों के बीच रिश्ते में खटास आने से क्षेत्र में सक्रिय मादक पदार्थों एवं हथियार तस्कर उठा सकते हैं। पश्चिम बंगाल के हिल्ली कलियाचक से साहेबगंज के बरहेट तक का इलाका तस्करों के लिए सेफ जोन माना जाता रहा है।