बार-बार 'पास्ट' और 'प्रेजेंट' की बात कर रहे CM नीतीश कुमार, पटना से 200 KM दूर छोड़ा सियासी 'तीर'
कैमूर जिले के भभुआ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने 178 योजनाओं का उद्घाटन किया और कहा कि उनकी सरकार अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी देगी। उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों और बिहार में भाईचारे और शांति के माहौल पर भी बात की।

जागरण संवाददाता, भभुआ। पटना से करीब 200 किलोमीटर दूर कैमूर जिले के भभुआ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत भभुआ नगर में स्थित जगजीवन स्टेडियम में बुधवार को एनडीए कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे। उनके साथ बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा पहुंचे।
जगजीवन स्टेडियम में आने से पूर्व सीएम हेलीकाप्टर से सरदार वल्लभ भाई पटेल कॉलेज के मैदान में बने हेलीपैड पर उतरे और मैदान में ही लगे विभिन्न विभागों के स्टॉल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्टॉल पर मौजूद लोगों से संवाद किए। इसके बाद जिले की 178 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया।
जगजीवन स्टेडियम के लिए निकल गए। भभुआ आने से पूर्व सीएम सबसे पहले जिले के चैनपुर प्रखंड में प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के स्थल निरीक्षण के लिए गए। जहां से पटेल कॉलेज के मैदान में आए और फिर वहां से जगजीवन स्टेडियम में।
जहां कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में पहले क्या स्थिति थी आपलोग जानते ही हैं और अब क्या स्थिति है किसी से छिपी नहीं है। हमारी सरकार लगातार विकास का कार्य कर रही है। सबके लिए विकास कर रही है। अगले पांच साल में सरकार एक करोड़ युवाओं को नौकरी व रोजगार देगी।
उन्होंने कहा, 2020 तक आठ लाख युवाओं को नौकरी हो गई थी। इसके बाद हमलोगों ने तय किया गया दस लाख युवाओं को नौकरी व राेजगार देंगे। इतनी नौकरी तो दे दिए। अब चुनाव तक 50 लाख युवाओं को नौकरी व रोजगार दे दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भी काम किया। 2006 में पंचायत चुनाव में व 2007 में नगर निकाय के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। इसके बाद 2013 में पुलिस की बहाली में 35 प्रतिशत और 2016 में सरकारी नौकरी में 35 प्रतिशत महिलाओं को आरक्षण दिया। पुलिस की बहाली में महिलाओं को आरक्षण देने का परिणाम यह हुआ कि बिहार पुलिस में महिलाओं की जितनी अधिक संख्या है उतनी देश के किसी राज्य में नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2006 में जब स्वयं सहायता समूह का गठन कराया गया तब इसका नाम जीविका रखा गया। इसमें महिलाएं जुड़ी और आज इनकी संख्या एक करोड़ 40 लाख हो गई है। शहरी क्षेत्र में भी इनकी संख्या 3 लाख 85 हजार हो गई है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में हर क्षेत्र में कार्य हुआ है। स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, सभी क्षेत्र में विकास हुआ है। जब हम सरकार में आए तो हमेशा विवाद होता था। हिंदू मुस्लिम का विवाद होता था। हमने इसका निदान किया। आज बिहार में किसी प्रकार के डर व भय का वातावरण नहीं है। आज बिहार में भाईचारा प्रेम व शांति का माहौल है।
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