जमुई : कराटे क्वीन जूही के कारनामे सुनकर आप रह जाएंगे दंग
कराटे क्वीन जूही कुमारी ने राजस्थान कराटे प्रीमियर लीग में स्वर्ण पदक जीतकर अपने करियर का 50वां गोल्ड मेडल हासिल किया। जमुई के सिमुलतला की मूल निवासी ...और पढ़ें

जमुई सिमुलतला की कराटे क्वीन जूही
संवाद सूत्र, सिमुलतला (जमुई)। प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं होती और न ही संसाधनों की कमी उसे रोक सकती है। इस कथन को साकार कर दिखाया है जमुई जिले के सिमुलतला क्षेत्र के छोटे से गांव खुरंडा की मूल निवासी और वर्तमान में जयपुर की ‘कराटे क्वीन’ के नाम से पहचानी जाने वाली जूही कुमारी ने।
राजस्थान कराटे प्रीमियर लीग में स्वर्ण पदक, 50वां गोल्ड जीतकर रचा इतिहास
साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली जूही ने राजस्थान कराटे प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन करते हुए न केवल स्वर्ण पदक हासिल किया, बल्कि अपने करियर का 50वां गोल्ड मेडल जीतकर एक नया इतिहास भी रच दिया। जूही की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि उनके पिता मंटू पंडित जयपुर में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। पिता ने अपनी मेहनत की कमाई से बेटी के सपनों को उड़ान दी और बेटी ने भी 50 स्वर्ण पदक जीतकर उनके संघर्ष को सार्थक कर दिखाया।
400 खिलाड़ियों को पछाड़कर बनीं चैंपियन
27 व 28 दिसंबर को जयपुर के मुरलीपुरा स्थित श्रीराम स्पोर्ट्स किंगडम में आयोजित राजस्थान कराटे प्रीमियर लीग में 400 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। द पैलेस स्कूल, जयपुर की कक्षा सातवीं की छात्रा जूही कुमारी ने 12-13 वर्ष आयु वर्ग में अदम्य साहस, अनुशासन और उत्कृष्ट तकनीक का प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। जूही अब तक अपने खेल करियर में कुल 72 पदक जीत चुकी हैं, जिनमें 50 स्वर्ण, 13 रजत और 09 कांस्य पदक शामिल हैं। यह उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत और निरंतर अभ्यास का प्रतिफल है।
अब आल इंडिया कराटे लीग में दिखाएंगी दम
राजस्थान कराटे प्रीमियर लीग में जीत के साथ ही जूही का चयन अब प्रतिष्ठित आल इंडिया कराटे लीग के लिए हो गया है। उनकी इस सफलता से न केवल जयपुर, बल्कि पैतृक गांव खुरंडा और पूरे सिमुलतला क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। विद्यालय प्रबंधन, प्रशिक्षकों और खेल प्रेमियों ने जूही के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

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