Jamui News: गिद्धौर में तेजी से फैल रहा जानलेवा लंपी वायरस, डॉक्टरों की लापरवाही से परेशान हो रहे लोग
जमुई जिले के गिद्धौर प्रखंड में लंपी स्किन रोग तेजी से फैल रहा है जिससे कई पशुओं की मौत हो गई है। पशुपालकों ने पशुपालन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है उनका कहना है कि समय पर इलाज नहीं मिलने से भारी नुकसान हो रहा है। किसानों ने प्रशासन से टीकाकरण अभियान चलाने की मांग की है ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।

संवाद सूत्र, गिद्धौर (जमुई)। प्रखंड क्षेत्र में पशुओं के बीच जानलेवा लंपी स्किन डिजीज तेजी से पांव पसार रहा है। आधा दर्जन से अधिक पंचायतों में बीमारी फैल चुकी है, जिससे दर्जनों दुधारू एवं गर्भवती पशुओं की मौत हो चुकी है। पशुपालन विभाग की लापरवाही से इलाके के पशुपालकों में भारी आक्रोश है।
स्थानीय पशुपालकों का आरोप है कि पशु अस्पताल के चिकित्सक और कर्मी मौके पर नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे बीमार पशुओं को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा। इससे अब तक लाखों रुपये का नुकसान हो चुका है और दूध उत्पादन में भी भारी गिरावट दर्ज की जा रही है।
लंपी स्किन डिजीज के लक्षण
विशेषज्ञों के अनुसार, लंपी बीमारी से ग्रसित पशुओं में उनके शरीर, विशेषकर चेहरा, गर्दन और थूथन पर गोल, कठोर, उभरी हुई गांठें आना है। इसके अलावा तेज बुखार, पैरों में सूजन और लंगड़ाहट, जिससे चलने में दिक्कत, भोजन में रूचि खत्म होना, आंख और नाक से पानी आना, श्वास लेने में कठिनाई, गर्भवती पशुओं में गर्भपात होने जैसे लक्षण शामिल हैं।
पशुपालकों का दर्द
पशुपालक उमेश राय, निवास राय, चंद्रशेखर सिंह, अशोक सिंह, मुकेश साव, सुशील सिंह और दयानंद राय का कहना है कि पतसंडा, रतनपुर, मौरा और गंगरा पंचायतों में यह बीमारी तेजी से फैल रही है। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग की निष्क्रियता के चलते दर्जनों पशु दम तोड़ चुके हैं।
पशुपालकों ने चेताया कि यदि शीघ्र टीकाकरण अभियान शुरू नहीं हुआ तो स्थिति और भयावह हो सकती है। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि लंपी के रोकथाम के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए और अभियान चलाकर प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीन मुहैया कराई जाए।
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