झाझा पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अपहरण कांड का आरोपी रवि गिरफ्तार, माओवादी नेटवर्क पर भी कसा शिकंजा
झाझा पुलिस ने संतोष कुमार सिंह अपहरण मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। बेलहर थानाक्षेत्र के रवि चौधरी को जमुई से गिरफ्तार किया गया। उस पर आर्म्स एक्ट ...और पढ़ें

मामले की जानकारी देते झाझा एसडीपीओ। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, जमुई। झाझा थाना में दर्ज बेलहर थानाक्षेत्र के बघोनिया गांव निवासी संतोष कुमार सिंह के अपहरण मामले में झाझा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। कांड संख्या 462/25, जो 26 सितंबर को दर्ज किया गया था, उसमें शामिल एक अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
सोमवार को झाझा थाना परिसर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान एसडीपीओ राजेश कुमार ने इस कार्रवाई की जानकारी मीडिया को दी। एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान बेलहर थानाक्षेत्र के चिरौता गांव निवासी रवि चौधरी के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल को गुप्त सूचना मिली थी कि अपहरण कांड में शामिल रवि चौधरी जमुई शहर के एक निजी क्लीनिक के आसपास देखा गया है। सूचना मिलते ही एसडीपीओ राजेश कुमार के नेतृत्व में झाझा थाना अध्यक्ष संजय कुमार एवं अन्य पुलिस पदाधिकारियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की और रवि चौधरी को मौके से गिरफ्तार कर लिया। एसडीपीओ ने आगे बताया कि इस अपहरण मामले में इससे पहले बांका जिले के भैरोगंज थानाक्षेत्र के मीतू यादव और विजय कुमार तथा झाझा थानाक्षेत्र के योगियाटीला गांव निवासी दिनेश यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।
इस कांड में अभी एक अन्य अभियुक्त फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।गिरफ्तार अभियुक्त रवि का आपराधिक इतिहास भी काफी गंभीर बताया गया है।
एसडीपीओ के अनुसार रवि चौधरी पर झाझा, बेलहर और बंधुवा करावा थाना क्षेत्रों में आर्म्स एक्ट, अपहरण समेत दस से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। लंबे समय से वह पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था।
माओवादी विरोधी अभियान में भी मिली सफलता
इधर, माओवादी विरोधी अभियान के तहत भी पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। एसडीपीओ के नेतृत्व में चरकापत्थर थाना पुलिस ने फरार चल रहे माओवादी मुकेश यादव को गिरफ्तार किया है। मुकेश यादव दिसंबर 2020 में असरफो जंगल में माओवादियों द्वारा छिपाकर रखे गए करीब दस किलो अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक मामले में संलिप्त था।
पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी।पुलिस की इन लगातार सफल कार्रवाइयों से क्षेत्र में अपराधियों और माओवादी तत्वों में हड़कंप मच गया है। वहीं आम जनता में सुरक्षा को लेकर विश्वास भी मजबूत हुआ है। पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले में अपराध और उग्रवाद के खिलाफ अभियान आगे भी पूरी सख्ती के साथ जारी रहेगा।

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