Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जमुई में पीलिया के प्रकोप से लोग परेशान, चपेट में आने से 15 बच्चे बीमार

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 04:18 PM (IST)

    Jamui जिले के चकाई प्रखंड के महारायडीह गांव में पीलिया रोग फैला हुआ है जिससे 15 बच्चे पीड़ित हैं। बच्चों का इलाज निजी अस्पतालों और देवघर-पटना में चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि नल-जल योजना बंद होने से वे कुएं और चापाकल का पानी पीने को मजबूर हैं। स्वास्थ्य विभाग को मामले की जानकारी नहीं थी पर अब टीम भेजकर जांच करने की बात कही गई है।

    Hero Image
    जमुई में पीलिया की चपेट में 15 बच्चे। फाइल फोटो

    संवाद सूत्र, चंद्रमंडी (जमुई)। चकाई प्रखंड के पेटरपहाड़ी पंचायत अंतर्गत महारायडीह गांव पीलिया रोग की जकड़ में है। अब तक 15 बच्चे पीलिया रोग से ग्रसित हो चुके हैं, जिनका इलाज निजी चिकित्सकों के साथ-साथ देवघर पटना में चल रहा है। पीलिया रोग की बढ़ती संख्या से लोगों में चिंता गहराने लगी है। एक साथ इतने बच्चों में पीलिया रोग होना गंभीर चिंता का विषय है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ये मामला स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने वाले विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा करता है। पिछले 15 दिनों से यहां पीलिया रोग बच्चों को होने की बात सामने आई है। महारायडीह गांव के अभिभावक राजदेव राय, सुनील चौधरी, सत्यनारायण चौधरी, प्रह्लाद राय, भीकन पंडित, राकेश पंडित आदि ने बताया कि उन लोगों के बच्चों को पहले पेट दर्द और उल्टी की शिकायत हुई।

    इसके बाद उन्हें चकाई के निजी जांच घर में ले जाया गया। जांच रिपोर्ट में पीलिया बीमारी होने की बात सामने आई। सभी बच्चों का आंख और शरीर पीला हो गया था और बच्चे पीली पेशाब कर रहे थे। इसके बाद उन बच्चों का इलाज निजी चिकित्सक के साथ-साथ देवघर और पटना में किया जा रहा है। कुछ बच्चों का झाड़-फूंक भी कराया जा रहा है।

    जो बच्चे इन दोनों पीलिया रोग से पीड़ित हैं, उनमें सागर कुमार पिता रेवा पंडित, साक्षी कुमारी पिता राकेश पंडित, पूनम कुमारी पिता भीकन पंडित, तोलू कुमार, मोलू कुमार पिता ओंकार चौधरी, अंकुश कुमार पिता प्रह्लाद राय और अनन्या कुमारी पिता प्रह्लाद राय शामिल हैं।

    वहीं, खुशी कुमारी पिता राजेश राय, आयुष कुमार एवं रोशनी कुमारी पिता प्रह्लाद राय, निधि कुमारी पिता निलेश चौधरी, सूरज कुमार पिता इंद्रदेव पंडित और दीपक राय विजय राय के तीन छोटे-छोटे बच्चे भी पीलिया रोग से ग्रसित हैं।

    सागर कुमार को बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाया गया है, जबकि पूनम कुमारी को पटना से इलाज कराकर इन दिनों घर पर लाकर रखा गया है। शेष बच्चों का इलाज देवघर या चकाई के एक निजी क्लिनिक में कराया जा रहा है। फिलहाल, सभी बच्चों में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।

    ग्रामीणों ने बताया कि गांव में नल-जल योजना एक साल से बंद है। एक साल पूर्व नल-जल योजना की टंकी हवा में उड़ गई थी, तभी से योजना बंद है। वे लोग फिलहाल चापाकल और कुआं का पानी उपयोग करते हैं।

    गांव में पीलिया रोग से बच्चों के ग्रसित होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं है। बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को जानकारी भी नहीं दी गई है। वे लोग निजी क्लीनिक में ही इलाज कर रहे हैं।

    अभिभावकों ने बताया कि गांव से एक किलोमीटर दूर पर उप स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन वह अक्सर बंद रहता है। इस संबंध में चकाई रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ. सुधांशु शेखर दास से बात करने की कोशिश की गई लेकिन कई बार फोन करने के बावजूद उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

    मुझे इसकी जानकारी नहीं थी। जानकारी मिली है तो अभी एक घंटे के अंदर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंचकर घटना की जानकारी लेगी, उसके बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। -कंचन मिश्रा, अस्पताल प्रबंधक, चकाई।

    यह भी पढ़ें- Jamui News: नक्सल प्रभावित गांवों में SSB ने लगाया हेल्थ कैंप, ग्रामीणों का हुआ इलाज