Updated: Wed, 04 Jun 2025 07:38 PM (IST)
चकाई रेफरल अस्पताल में 2022 में बहाल 11 आशा कार्यकर्ताओं की नौकरी खतरे में है। अस्पताल द्वारा नई भर्ती निकाले जाने से उनकी नौकरी पर तलवार लटक रही है। कार्यकर्ताओं ने लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई है जिसमें अनुमोदन पत्र जारी करने आईडी खोलने और बकाया मानदेय का भुगतान करने की मांग की गई है। उन्होंने नई भर्ती पर रोक लगाने की भी मांग की है।
अमित कुमार राय, चंद्रमंडी (जमुई)। विवादों और सुर्खियों में रहने वाला चकाई रेफरल अस्पताल एक बार फिर से सुर्खियों में है। दरअसल, वर्ष 2022 में चकाई रेफरल अस्पताल द्वारा 11 आशा कार्यकर्ताओं की संविदा पर बहाली की गई थी। तीन साल तक आशा कार्यकर्ताओं ने काम किया। अब इनकी नौकरी खतरे में आ गई है, क्योंकि, उक्त पदों सहित 55 आशा कार्यकर्ताओं की बहाली एक बार फिर से रेफरल अस्पताल द्वारा निकाल दी गई है।
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ऐसे में पूर्व में बहाल 11 आशा की नौकरी पर तलवार लटक गई है। अब इसको लेकर पूर्व में बहाल आशा कार्यकर्ता नीतू कुमारी, सुमन कुमारी, रेखा कुमारी सहित 11 ने लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराया है जिसमें 17 जून को सुनवाई की तिथि निर्धारित की गई है।
दर्ज शिकायत में कहा गया है कि साल 2022 में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकाई में 11 आशा कार्यकर्ताओं का अलग-अलग ग्राम पंचायत के मुखिया द्वारा ग्राम सभा से चयनित कर आशा को कार्य आरंभ के लिए चयनित सूची प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी चकाई को समर्पित किया गया था।
उस समय तत्कालीन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बीके राय एवं अस्पताल प्रबंधक उपेंद्र चौधरी द्वारा आशा के अप्रूवल के लिए जिला स्वास्थ्य समिति को भेजा गया था, लेकिन सिविल सर्जन द्वारा अप्रूवल लेटर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी चकाई को नहीं भेजा गया। जिसके कारण सभी आशा का आईडी नहीं खुल पाया। साथ ही लगातार काम करने के बावजूद भी आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय भुगतान नहीं हो पाया।
आशा कार्यकर्ता लगातार प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के संपर्क में बनी रहीं फिर भी भुगतान नहीं हो पाया। लेकिन, अब सिविल सर्जन द्वारा ज्ञापांक 607 दिनांक 30 4.2025 के आलोक में ग्रामीण आशा के चयन के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चकाई द्वारा आदेश निर्गत किया गया है, लेकिन, हम 11 आशा को न तो आज तक अप्रूवल किया गया और न ही आईडी दिया गया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यालय में संपर्क करने पर बताया गया कि आपलोगों को फिर से नया बहाली नियुक्ति में संलग्न होना होगा। पूर्व में हुई बहाली को कार्यालय मान्यता नहीं दे रहा है। आवेदन में आशा कार्यकर्ताओं ने सिविल सर्जन से अप्रूवल लेटर देने, आईडी खोलने तथा बकाया मानदेय भुगतान की मांग की है। साथ ही वर्तमान में निकाली गई आशा कार्यकर्ताओं की बहाली पर रोक लगाने की भी मांग की है।
पूर्व में जो 11 आशा कार्यकर्ताओं की बहाली हुई थी। उसके लिए विभाग से कोई मार्गदर्शन प्राप्त नहीं हुआ था। वह बहाली कैसे हुई थी, यह तत्कालीन रेफरल प्रभारी और अस्पताल प्रबंधक ही बता सकते हैं। - महेंद्र प्रसाद, अस्पताल प्रबंधक, चकाई
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