Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jamui News: कमाल का जज्बा, दोनों कटे हाथ से पेंटिंग बना रहा गोरख, देखकर सीएम नीतीश कुमार भी रह गए थे हैरान

    Updated: Wed, 06 Mar 2024 03:19 PM (IST)

    Jamui News चकाई प्रखंड के नवाडीह सिलफरी पंचायत के चरघड़ा निवासी नरेश रजक के तीस वर्षीय पुत्र गोरख रजक ने बताया कि उसकी बनाई गई पेंटिंगें ही उसके जीने का सहारा है। इंजीनियर बनने का सपना संजोने वाला गोरख बचपन में कोलकाता में पढ़ाई करता था। 2002 में खेलने के दौरान 11 हजार वोल्ट के तार के स्पर्श से उसके दोनों हाथ कट गए।

    Hero Image
    गोरख रजक की पेंटिंग देख सीएम नीतीश कुमार भी रह गए थे हैरान (जागरण)

    अमित कुमार राय, चंद्रमंडी( जमुई)। दिव्यांगता को लोग अभिशाप मानते हैं। लेकिन इसके बावजूद एक ऐसा युवक है, जिसके दोनों हाथ नहीं हैं। आज वह कटे हाथों से ही पेंटिंग बनाकर अपना जीवन आगे बढ़ा रहा है। दीवाल लेखन व पेंटिंग कर वह परिवार की आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है। शादी-विवाह में उसकी पेंटिंगें बिकती हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चकाई प्रखंड के नवाडीह सिलफरी पंचायत के चरघड़ा निवासी नरेश रजक के तीस वर्षीय पुत्र गोरख रजक ने बताया कि उसकी बनाई गई पेंटिंगें ही उसके जीने का सहारा है। इंजीनियर बनने का सपना संजोने वाला गोरख बचपन में कोलकाता में पढ़ाई करता था। 2002 में खेलने के दौरान 11 हजार वोल्ट के तार के स्पर्श से उसके दोनों हाथ कट गए। उसने बताया कि वह अंग्रेजी और बांग्ला सीखने के लिए कोलकाता में रहता था।

    ऐसी है संघर्ष की कहानी

    भाग-दौड़ की इस जिंदगी में कमाई के लिए उसे काफी जद्दोजेहद करनी होती है। पिता खेती पर आश्रित हैं। चार भाई-बहनों में सबसे बड़ा गोरख परिवार का बड़ा सहारा बन गया है। दोनों हाथ नहीं रहने के बावजूद वह पेंटिंग की बदौलत तीन से चार सौ रुपये प्रतिदिन कमाई करता है। पेंटिंग करके प्रति माह 20 से 25 हजार रुपए कमा लेता है। इसी से उसका घर परिवार चलता है।

    पेंटिंग का वीडियो खूब होता है वायरल

    पेंटिंग करते उसके वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर चार-चार मिलियन तक देखा जाता है। इससे उसकी कुछ कमाई भी हो जाती है। अपनी पेंटिंग की वीडियो अक्सर इंटरनेट मीडिया पर डालता है। 2015 में जिला स्थापना दिवस के अवसर पर जमुई में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उसकी पेंटिंग और कलाकारी देखकर उसे सम्मानित भी किया था।

    गोरख ने बताया कि इसके अलावा उसे चंडीगढ़ भुवनेश्वर कोलकाता में भी सम्मानित किया जा चुका है। गोरख की मां तारा देवी ने बताया कि उसे अपने बेटे पर गर्व है। दोनों हाथ नहीं रहने के बावजूद उसका बेटा कमाई घर परिवार चलाता है। गोरखपुर लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है जो हादसे में अपना हाथ पैर गवाने के बाद दूसरों पर निर्भर हो जाते है।

    यह भी पढ़ें

    Tejashwi Yadav: मुसलमानों से तेजस्वी ने कर दी बड़ी मांग, हजारों की भीड़ ने खड़े किए हाथ, बोले- मर मिटेंगे...

    Tej Pratap Yadav: 2 मिनट में तेजप्रताप यादव ने पुलिस वालों को समझा दिया, मुरेठा बांधकर कर दी बोलती बंद, VIDEO