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    Bihar Election: पटना में हुआ RJD के दो नेताओं का मिलन, गिद्धौर में बढ़ गई दिल की धड़कन

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 03:28 PM (IST)

    झाझा विधानसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार की घोषणा के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। पूर्व उम्मीदवार राजेंद्र प्रसाद यादव ने पार्टी के आदेश का पालन करते हुए सभी कयासों को विराम दे दिया, जब उन्होंने जयप्रकाश नारायण यादव से मुलाकात की। 

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    पटना में मुलाकात करते आरजेडी के दोनों नेता। (जागरण)

    आनंद कंचन, गिद्धौर(जमुई)। झाझा विधानसभा क्षेत्र से राजद द्वारा अपना उम्मीदवार, यानी नए सूरमा का नाम घोषित करते ही जिले भर का राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ गया है।

    अब झाझा विधानसभा क्षेत्र में दो राजनेताओं के बीच चुनावी मैदान में घमासान होना तय हो चुका है और इस चुनावी घमासान में झाझा विधानसभा सभा क्षेत्र से राजद के पूर्व उम्मीदवार ने चुपचाप पार्टी आलाकमान के आदेश को मान एक परिपक्व नेता होने की पहचान भी दी है जो तीर वाले राजनेताओं एवं उनके कार्यकर्ताओं के लिए यह वाक्या अबूझ पहेली बना हुआ है।

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    बताते चलें कि राजद ने झाझा से अपना उम्मीदवार जिले के बरहट निवासी व पूर्व केंद्रीय मंत्री व राजद के कद्दावर नेता जयप्रकाश नारायण यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिसे लेकर यह कयास लगाए जा रहे थे कि अब पिछली बार के प्रत्याशी रहे व काफी कम अंतर से चुनाव हारने वाले राजेंद्र प्रसाद यादव पार्टी के खिलाफ बगावती तेवर अपनाएंगे और टिकट नहीं मिलने के कारण झाझा से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में आएंगे।

    उनके समर्थकों ने इसकी घोषणा भी इंटरनेट मीडिया पर कर दी थी, जिससे तीर वाले नेताजी और उनके कार्यकर्ताओं के खेमे में खुशी की लहर व्याप्त थी कि हर बार की तरह इस बार भी आपसी मतभेद का फायदा उठा चुपचाप किला फतह कर लेना है, लेकिन रविवार की दोपहर पटना में राजद उम्मीदवार जयप्रकाश नारायण यादव एवं राजेंद्र प्रसाद ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाते इंटरनेट मीडिया पर फोटो पोस्ट कर तमाम कयासों पर विराम लगा दिया।

    साथ ही पार्टी हित में एक होने का संदेश भी अपने कार्यकर्ताओं को दे दिया। इधर, पटना में इन दोनों के मिलन होने से गिद्धौर में बैठे तीर वाले साहब की रातों की नींद उड़ गई है। यह सोच कर उनका बीपी बढ़ा जा रहा है कि यहां तो दांव ही उलटा पड़ गया है। सोच कर क्या रखे थे, हो क्या रहा है। अपने नेताजी को बेचैन देख कर उनके सलाहकार एवं कार्यकर्तागण उनका बीपी कंट्रोल करने में लगे हुए हैं।