पटना-गया फोरलेन पर फरवरी 2026 से QR कोड की सुविधा, आसान और सुरक्षित होगी यात्रा
पटना-गया फोरलेन पर फरवरी 2026 से QR कोड की सुविधा शुरू होने जा रही है, जिससे यात्रा आसान और सुरक्षित होगी। इस सुविधा से यात्रियों को कई तरह की जानकारी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जहानाबाद। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के द्वारा पटना-गया फोरलेन पर क्यूआर (क्विक रिस्पॉन्स) कोड लगाने की तैयारी है। इसके लिए जहानाबाद में नियमित अंतराल पर सड़क किनारे स्थल चिन्हित कर लिया गया है। फरवरी 2026 तक जहानाबाद में 38 किमी हाईवे पर आधा दर्जन जगहों (संकेतों) पर क्यूआर कोड लगा दिया जाएगा।
क्यूआर कोड स्कैन करने पर हाईवे पेट्रोलिंग व आपातकालीन हेल्पलाइन का संपर्क नंबर मिलेगा। साथ ही पास की सुविधाओं जैसे अस्पताल, पेट्रोल पंप, शौचालय, पुलिस स्टेशन, रेस्तरां, टोल प्लाजा की दूरी, पंचर व मरम्मत की दुकान, वाहन सर्विस और ई-चार्जिंग स्टेशन की जानकारी लोकेशन और दूरी के साथ मिल जाएगी। इससे हादसे के बाद घायलों को तुरंत सहायता मिल सकेगी।
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुभाष मीणा ने बताया कि 15 फरवरी तक जहानाबाद एरिया में एनएच-22 के किनारे टोल प्लाजा और प्रमुख साइनबोर्ड पर क्यूआर कोड लगा दिया, जिससे यात्रा आसान और सुरक्षित होगी। आपात स्थिति में समय बचेगा, सुविधाओं के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। रात में भी क्यूआर कोड दिखे, इसके लिए रेट्रो-रिफ्लेक्टिव बोर्ड का इस्तेमाल होगा।
उन्होंने कहा कि फोन का कैमरा या कोई भी क्यूआर कोड स्कैनर एप इस्तेमाल कर कोड स्कैन करना होगा, सारी जानकारी स्क्रीन पर दिख जाएगी, जिसमें मार्ग भी शामिल होगा। यह सिस्टम हाईवे पर यात्रियों के लिए एक डिजिटल गाइड की तरह काम करेगा, जिससे उन्हें हर जरूरत के लिए तुरंत सहायता और जानकारी मिल सकेगी।
एनएचएआई ने राहगीरों की सुविधाओं में इजाफा करने के लिए यह अनूठी व तकनीक आधारित पहल शुरू की है। इस कोड के जरिए राजमार्ग परियोजना के बारे में भी प्रमुख जानकारी मिलेगी। यह डिजिटल सुविधा पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ ट्रैफिक प्रबंधन को भी मजबूत करेगी। आसपास के शहरों और पर्यटक स्थलों की जानकारी भी मिलेगी। यह सुविधा यात्रियों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगी। अस्पताल, पुलिस व पेट्रोल पंप सहित 14 जानकारियां मिलेंगी।
गौर हो कि पटना-गया फोरलेन एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जो पटना से शुरू होकर जहानाबाद और गयाजी होते हुए झारखंड की सीमा पर डोभी तक जाता है, जिससे पटना से झारखंड (जीटी रोड) तक की यात्रा आसान हो जाती है।जिले में आमस-दरभंगा हाईस्पीड एक्सप्रेस-वे भी निर्माणाधीन है, पटना से गयाजी के बीच 40 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। 2026 तक इस एक्सप्रेस-वे को पूर्ण का लक्ष्य निर्धारित है। यह बिहार का पहला हाईस्पीड रोड नेटवर्क होगा, जो जहानाबाद से होकर गुजरेगा।

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