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    मिसेज साउथ एशिया कंटेस्ट टॉप 15 में पहुंची बिहार की बेटी, जानिए

    By Ravi RanjanEdited By:
    Updated: Sun, 16 Apr 2017 10:51 PM (IST)

    बिहार के जहानाबाद की बेटी पल्लवी शर्मा अपने बुलंद हौंसले के सफलता के शिखर की अोर बढ़ रही है। वह मिसेज साउथ एशिया कॉटेस्ट में टॉप 15 में अपना स्थान बना ...और पढ़ें

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    मिसेज साउथ एशिया कंटेस्ट टॉप 15 में पहुंची बिहार की बेटी, जानिए

    जहानाबाद [अम्बुज कुमार]। बिहार के जहानाबाद जिले की बेटी पल्लवी शर्मा ने बुलंद हौसले के साथ मिसेज साउथ एशिया 2017 में टाप 30 में 15वें स्थान पर अपना जगह बनाया है। उसकी सुन्दरता के आगे पांच हजार महिलाओं की सुन्दरता फिकी पड़ गई। फैशन गुरुकुल लिमिटेड दिल्ली द्वारा आयोजित कंटेस्ट में उसने अपनी मेधा के बदौलत टाप 30 में जगह बनाया है।

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    आत्म विश्वास से लवरेज पल्लवी कहती हैं कि जीवन में पहली बार इस तरह की सफलता हासिल की है। मेरे परिवार वालों एवं बिहारवासियों की दुआ साथ देगी तो निश्चय ही ग्रैंड फिनाले में अपना स्थान बनाउंगी। इसके लिए उनके द्वारा कड़ी मशक्कत भी किया जा रहा है। अपने फैशन डिजायनर चंडीगढ़ निवासी संतोषी मल्लिक के साथ ग्रमिंग भी कर रही है।

    ग्रुरुग्राम में 22 से 25 अप्रैल तक होने वाले कार्यक्रम में 22 अप्रैल को 12 बजे से टैलेंट राउंड का आयोजन होगा। तत्पश्चात 23 अप्रैल को ट्रेडिशनल राउंड का 24 को साक्षात्कार तथा 25 अप्रैल को ग्रैंड फिनाले का आयोजन होगा। ग्रैंड फिनाले में पल्लवी बिहारी दुल्हन के जोड़े में रैंप पर जलवा बिखरेंगी। इसके लिए उन्होंने ड्रेस डिजाइङ्क्षनग के साथ ही सारी तैयारी पूरी कर ली है।

    पल्लवी बताती हैं कि मैं बिहार के जहानाबाद जिले के एक छोटे से गांव धनगावां की रहने वाली हूं। मैंने ग्रैंड फिनाले के लिए बिहारी शादी के लाल जोड़े को चयन किया है। इसी के बदौलत फाइनल राउंड में कब्जा जमाउंगी।

    मिसेज साउथ एशिया 2017 में टाप 30 में स्थान बनाने की जानकारी जब उनके गांव धनगावां में प्रवास कर रहे उसके दादा चंदेश्वर सिंह को मिलती है तो वे खुशी से फुले नहीं समाते हैं। उन्होंने खुशियां बिखरते हुए कहा कि उसके पिता कौशल किशोर सिंह भी काफी मेहनती एवं संघर्षशील रहे हैं। पिता के उचित मार्ग दर्शन के कारण ही पल्लवी को मुकाम हासिल हुआ है।

    पल्लवी तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी होने के साथ ही काफी होशियार भी है7 30 मई 2015 को वह धनगावां आई थी। दस दिनों तक रहकर 11 जून 2015 को वापस लौट गई। वहीं पर खड़े उसके चचेरे भाई शाहिल कुमार ने कहा कि हमारी बहन पढ़ाई लिखाई में भी काफी अव्वल रही है। वह मिसजे साउथ एशिया कंटेस्ट में जरुर सफल होगी।

    चंड़ीगढ़ में प्रवास कर रही पल्लवी बताती है कि उसने वर्ष 2008 में जब मैट्रिक की परीक्षा गुवाहाटी (आसाम) से पास की उसी समय कुछ विशेष करने की ठानी थी। हालांकि मुझे पठन पाठन के साथ ही पेटिंग का भी काफी शौक है। इसमें भी मैं अव्वल रहती हूं।

    इंटर परीक्षा के बाद वर्ष 2011 में भागलपुर निवासी संतोष शर्मा से मेरी शादी हो गई। शादी के बाद मेरी ही प्रेरणा से मेरे पति सेना में लेफ्टिनेंट के लिए चयनित हुए। अभी भी राजस्थान में प्रशिक्षण कर रहे हैं। मैं हाउस वाईफ के साथ ही अन्य क्रियाकलापों में अहम भूमिका निभाती हूं।

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    पल्लवी कहती है कि मैं अपने ढाई साल के बेटे रोहण के साथ भी अधिक समय व्यतित करती हूं। मिसेज साउथ एशिया कंटेस्ट में तीन मिनट में पेंटिंग की प्रक्रिया को भी पूरा करने की चुनौती है। इसके लिए भी मैं लगातार अभ्यास कर रही हूं।

    पल्लवी कहती है कि मेरी छोटी बहन उर्वशी दूबे बजाज एलियांज में पदाधिकारी है वही मेरा छोटा भाई शैल कुमार सिंह भी पूणे में चार्टर एकाउंटेंट हैं। मैं पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए भी इस कंटेस्ट में सफलता हासिल करुंगी।

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