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    Bihar Politics: इस सीट की सियासत में पारिवारिक दावेदारी तेज, बेटों को लॉन्च करने की तैयारी में कई नेता

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 03:39 PM (IST)

    जहानाबाद में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दलों की सरगर्मी बढ़ गई है। कई नेता अपने बेटों को राजनीति में स्थापित करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। पारिवारिक दावेदारी का दौर चल रहा है जहां पूर्व सांसद और राज्यसभा सांसद अपने बेटों को टिकट दिलाने की कोशिश में हैं। जहानाबाद और अरवल जिले में राजनीतिक विरासत का संघर्ष देखने को मिल सकता है।

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    जहानाबाद की सियासत में पारिवारिक दावेदारी तेज, टिकट की कसरत

    धीरज, जहानाबाद। विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। टिकट की दावेदारी भी शुरू हो चुकी है। जहानाबाद और अरवल जिले की सियासत में पारिवारिक दावेदारी का दौर तेज हो गया है। कई नेता अपने बेटों के लिए राजनीतिक जमीन तैयार करने में जुटे हैं।

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    जहानाबाद और अरवल में कुल पांच विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से तीन पर पूर्व सांसद और एक वर्तमान राज्यसभा सांसद अपने बेटों को राजनीति में उतारने की योजना बना रहे हैं। इन चार सीटों पर राजनीतिक विरासत का संघर्ष देखने को मिल सकता है।

    पूर्व सांसद और घोसी से आठ बार विधायक रह चुके डॉ. जगदीश शर्मा के पुत्र राहुल कुमार का चुनाव लड़ना लगभग तय है। राहुल पहले भी चुनाव लड़ चुके हैं और घोसी विधानसभा सीट पर उनकी दावेदारी मजबूत है।

    2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू के टिकट पर चुनाव लड़कर उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की थी, जिसमें उन्होंने 14,276 वोटों से जीत हासिल की थी। हालांकि, 2015 व 2020 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अब वे चौथी बार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

    जहानाबाद के पूर्व सांसद अरूण कुमार भी जहानाबाद विधानसभा से खुद या अपने पुत्र रितू राज को टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बेटे को लॉन्च करने की चर्चा थी, लेकिन उन्होंने खुद बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। अब उनके जदयू में शामिल होने की चर्चा राजनीतिक हलकों में जोरों पर है।

    रितू राज ने पहले शिक्षक स्नातक निर्वाचन से एमएलसी का चुनाव लड़ा था, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वर्तमान राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह कुर्था विधानसभा से अपने बेटे आकाश सिंह को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं। आकाश ने 2019 और 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ा है। 2019 में रालोसपा पार्टी से मोतिहारी से चुनावी मैदान में उतरे थे, जहां उन्हें भाजपा के राधामोहन सिंह का सामना करना पड़ा था। 2024 में महाराजगंज से चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब वे अपने गृह जिले में विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने की तैयारी कर रहे हैं।

    पूर्व सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी भी अपने पुत्र जितेंद्र चंद्रवंशी को अरवल विधानसभा से लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। जितेंद्र ने 2019 व 2024 के लोकसभा चुनाव में पिता के लिए चुनावी मैदान सजाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

    पहली बार उन्हें सफलता मिली, जबकि दूसरी बार निराशा हाथ लगी। अब पूर्व सांसद अपने बेटे के भविष्य को लेकर गंभीर हैं और अरवल विधानसभा से उन्हें लॉन्च करने के लिए हर दिन बैठकें व सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं। सभी आयोजनों में पिता के साथ पुत्र को देखा जा सकता है।

    इस प्रकार, जहानाबाद की सियासत में पारिवारिक दावेदारी का यह दौर आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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