Belhar Constituency: जदयू-राजद के बीच नाचती रही है बेलहर की बड़ी आबादी, 2020 में चला था मनोज यादव का सिक्का
बांका जिले के बेलहर विधानसभा क्षेत्र में विकास और राजनीति पर सबकी निगाहें टिकी हैं। यहाँ यादव और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की संख्या अधिक है। जहाँ विधायक मनोज यादव ने सड़कों और सिंचाई योजनाओं में विकास का दावा किया है वहीं विपक्ष ने पुरानी योजनाओं को ही आगे बढ़ाने का आरोप लगाया है। जनता शिक्षा और स्वास्थ्य में और सुधार चाहती है।

विधायक की उपलब्धियां
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अजगैवीनाथ धाम से पाइप के जरिये गंगा जल लाने की स्वीकृति -
डिजिटल लाइब्रेरी की स्वीकृति दिलाना -
धौरी पुल का शिलान्यास कराना -
300 करोड़ से अधिक की राशि से कांवरिया मार्ग की चौड़ीकरण की स्वीकृति -
डिग्री कॉलेज की स्थापना के लिए जमीन की खोज -
कई बड़ी सड़कों की स्वीकृति दिलाई -
नाढ़ा पहाड़ को पर्यटन क्षेत्र में घोषित कराने का प्रयास -
झरना मेला को राजकीय घोषित कराने का प्रयास
इन योजनाओं की उम्मीद
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बदुआ डैम से नहीं हो सकी गाद की उड़ाही -
बदुआ डैम को पर्यटन में शामिल कराना -
लेटवा-मलटड़िया पांच किलोमीटर सड़क की समस्या -
कलिया बीयर का जीर्णोद्वार नहीं होना -
कोझीडैम का पानी माताथान नहीं पहुंचना -
सरकट्टा डैम केनाल का जीर्णोद्वार -
चौहाड़ से प्रखंड मुख्यालय जाने की सड़क की मांग
बेलहर में विकास को नई दिशा मिली है। अब तक 300 से अधिक सड़कों और 25 पुल-पुलियों की स्वीकृति दिलाई गई है। चांदन प्रखंड कार्यालय का निर्माण और दो करोड़ रुपये की लागत से डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना हुई है। 300 करोड़ रुपये से अधिक की लघु जल सिंचाई योजना लाई गई है। फुल्लीडुमर में अस्पताल और विभिन्न पंचायतों में स्वास्थ्य उपकेंद्र स्वीकृत किए गए हैं। अजगैबीनाथ धाम से पाइपलाइन द्वारा गंगा का पानी बदुआ डैम तक पहुंचाने का कार्य जारी है। धौरी पुल का शिलान्यास भी किया गया है। कुल मिलाकर बेलहर में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और सिंचाई सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है। - मनोज यादव, विधायक जदयू, बेलहर
बेलहर विधानसभा क्षेत्र में विकास के नाम पर पुरानी योजनाओं को गिनाया जा रहा है। क्षेत्र में नए काम नगण्य हैं। तेतरिया समेत कई आदिवासी गांव अब भी उपेक्षित हैं, जहां वर्तमान विधायक अपने एमएलसी तक के कार्यकाल में नहीं पहुंचे। क्षेत्र में लूट और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। विधायक कोटे की राशि भी सही ढंग से क्षेत्र में खर्च नहीं हुई। सिंचाई व्यवस्था बदहाल है। बेलहर में बदुआ डैम की गाद उड़ाही तक नहीं हो सकी है। चांदन से लेकर फुल्लीडुमर प्रखंड तक सड़क और पुल-पुलिया की समस्या जस की तस बनी हुई है। विकास की बातें केवल कागजों तक सीमित रह गई हैं। बिना पैसा दिये प्रखंड में कोई काम नहीं होता है। - रामदेव यादव, पूर्व विधायक, राजद, बेलहर
क्या बोली जनता?
बेलहर में सड़कों समेत कई क्षेत्रों में विकास हुआ है। पिछले पांच वर्षों में विकास की रफ्तार बढ़ी है। सड़क,स्वास्थ्य व सिंचाई में बेहतर काम किया गया है। - शंकर प्रसाद साह, व्यवसायी
पांच वर्षों में सड़क, बिजली, पेयजल, शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। लेकिन बेलहर में डिग्री कॉलेज की स्थापना और बदुआ डैम को पर्यटन स्थल बनाने की आवश्यकता है। - त्रिपुरारी चरण झा, अधिवक्ता
शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई और कृषि के क्षेत्र में ठोस प्रगति नहीं हुई। सड़कों की गुणवत्ता सुधार की जरुरत है। पहले से बेहतर विकास जरुर हुआ है। - विनोद सिंह, सेवानिवृत्त अधिकारी
नक्सली आतंक खत्म होने के बाद विकास की उम्मीद जगी थी, लेकिन गांव तक सड़क नहीं पहुंचाई गई। स्वास्थ्य और जनवितरण व्यवस्था भी केवल खानापूर्ति बनकर रह गई है। - गोपाल दास
बेलहर विधानसभा एक नजर में-
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कुल वोटर -2,99,582 -
पुरुष- 1,59,058 -
महिलाएं -1,40,272 -
मतदान केंद्र - 337
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