Arwal News: 57 आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल की तर्ज पर होगी पढ़ाई, खेल-खेल में बच्चों को मिलेगी शिक्षा
अरवल जिले के 57 आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। यहाँ बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा दी जाएगी जिसके लिए खिलौने और आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। नई शिक्षा नीति के तहत इसका उद्देश्य बच्चों को प्री-नर्सरी स्तर की शिक्षा प्रदान करना है ताकि उनकी पढ़ाई में रुचि बढ़ सके। शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, अरवल। जिले में स्कूलों से टैग 57 आंगनबाड़ी केंद्रों में अब प्ले स्कूल की तर्ज पर पढ़ाई होगी, जहां बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल-खेल में शिक्षा, आधुनिक सुविधाएं, खिलौने और शैक्षणिक सामग्री प्रदान की जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को प्री-नर्सरी स्तर की शिक्षा देना और उनकी पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाना है। इसके लिए केंद्रों में खिलौने उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
कमरों में रंगीन दीवारें और थ्री-डी वॉल पेंटिंग की जाएगी। बैठने के लिए छोटे-छोटे मेज-कुर्सी रहेगी। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पोषण के साथ नाश्ता और भोजन भी मिलेगा।
आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल जैसा माहौल मिलेगा। बच्चों को कार्टून और पिक्चर्स के जरिए खेल-खेल में पढ़ाई कराई जाएगी। स्कूलों में जल्द ही यह बदलाव देखने को मिलेगा।
आगे जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को सरकारी प्रारंभिक स्कूलों से टैग कर वहां प्ले स्कूल की तर्ज पर पढ़ाई शुरू की जाएगी। अभी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था कक्षा 1 से 12 तक है, अब नर्सरी से ही सरकारी स्कूलों के बच्चे शिक्षा प्राप्त कर पाएंगे।
नजदीकी प्राथमिक स्कूल के शिक्षक इसमें अपना योगदान देंगे। निर्देश के मुताबिक नजदीकी प्राइमरी स्कूल से आंगनबाड़ी केंद्र को टैग करना है, जिसकी दूरी ज्यादा नहीं हो। 3 से 6 साल तक के बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई कराई जाएगी।
इसके लिए प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी वीर अभिमन्यु ने बताया कि जिले के 57 विद्यालयों में खेल सामग्री वितरण करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है।
इनमें छोटी-छोटी कुर्सियां, मेज, खिलौने और शैक्षणिक सामग्री होंगी। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल की तर्ज पर डेवलप किया जा रहा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।