जहानाबाद में कचरे से होगी कमाई, प्रदूषण भी होगा कम
जहानाबाद नगर परिषद ने कचरा निस्तारण के लिए एक निजी कंपनी को टेंडर दिया है। यह कंपनी आधुनिक मशीन से कचरे को दो उपयोगी भागों में बदल रही है: धूल (सड़क न ...और पढ़ें

कचरे से होगी कमाई
जागरण संवाददाता, जहानाबाद। जहानाबाद नगर परिषद ने कचरे से प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए एक निजी कंपनी को कचरा निस्तारण का टेंडर प्रदान किया है। कंपनी कचरे को दो उपयोगी भागों में परिवर्तित करने वाली आधुनिक मशीन की मदद से इसका प्रसंस्करण कर रही है।
इससे जहां शहर को गंदगी और दुर्गंध से मुक्ति मिलेगी, वहीं कचरे से लाभ भी अर्जित होगा। मशीन में कचरे को प्रोसेस कर उसे दो भागों में परिवर्तित किया जाता है। पहला भाग धूल के रूप में प्राप्त होता है, जिसे मिट्टी के विकल्प के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इसका उपयोग सड़क निर्माण, भराई और अन्य निर्माण कार्यों में किया जा सकता है।
ठोस पदार्थ का उपयोग सीमेंट कंपनियों में
दूसरा भाग ठोस रूप में प्राप्त होता है, जो कोयले की तरह जलने योग्य होता है। इस ठोस पदार्थ का उपयोग सीमेंट कंपनियों में ईंधन के रूप में किया जा सकेगा। इससे न केवल कचरे का वैज्ञानिक ढंग से निपटारा होगा, बल्कि शहर के कचरे के ढेर से होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी और स्थानीय निकाय को आर्थिक लाभ भी मिलेगा। मशीन की कीमत लगभग 25 लाख रुपये है।
बभना गांव के समीप लगे कचरे के ढेर को निस्तारित करने का काम जारी है। आगे शहर में अन्य स्थानों पर जमा कचरे को भी चरणबद्ध तरीके से द्वारा समाप्त किया जाएगा।
कचरा निस्तारण में मजदूरों की ज्यादा जरूरत नहीं
कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह ने बताया कि जैसे-जैसे शहर के विभिन्न इलाकों में कचरे का प्रसंस्करण किया जाएगा, शहर स्वच्छ होता जाएगा और कचरे को उपयोग में लाकर आर्थिक आमदनी भी होगी।
इस मॉडल से कचरा निस्तारण में मजदूरों की ज्यादा जरूरत नहीं होती। दो से तीन लोग इस मशीन के माध्यम से कचरे के बड़े भंडार को निस्तारित कर सकते हैं। भविष्य में नगर परिषद खुद इस मशीन की खरीदारी करेगी और अपने स्तर से कचरा प्रबंधन करेगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।