बंदूक-पिस्टल छोड़ अपराधियों की पहली पसंद बना चाकू, गोपालगंज में एक पखवाड़े में 5 की हत्या
गोपालगंज जिले में अपराध का तरीका बदल गया है जहां अब चाकू का इस्तेमाल बढ़ गया है। हाल ही में एक पखवाड़े में चाकू से गोदकर पांच लोगों की हत्या कर दी गई है जिससे इलाके में दहशत फैल गई है। पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है और निगरानी बढ़ा दी है लेकिन लगातार हो रही घटनाओं से पुलिस की सतर्कता पर सवाल उठ रहे हैं।

रजत कुमार, गोपालगंज। जिले में अपराध का तरीका बदल गया है। अब अपराधियों के हाथों से बंदूक और पिस्टल गायब हो रहे हैं और उनकी जगह चाकू ने ले ली है।
मामूली विवाद हो या पुरानी रंजिश, अपराधी अब बिना झिझक चाकू से गोदकर हत्या करने लगे हैं। नतीजा यह है कि महज एक पखवाड़े में पांच लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटनाओं की यह सिलसिला लोगों में खौफ और पुलिस पर सवाल दोनों खड़े कर रहा है।
सबसे ताजा घटना बीते बुधवार की शाम को मांझागढ़ थाना क्षेत्र के लोहिजरा गांव में कंचा खेलने के दौरान एक बच्चे की चाकू गोदकर कर दी गई।
दूसरी घटना बीते सोमवार को नगर थाना क्षेत्र की है। दशहरा मेला घूमने आए मांझागढ़ थाना क्षेत्र के छितौली गांव निवासी 18 वर्षीय आयुष कुमार की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। आरोपियों ने शव को नगर थाना क्षेत्र के भीएम फील्ड के पास फेंक दिया।
मृतक के पिता ने बेटे के दोस्त कुश कुमार पर संदेह जताया है। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
तीसरी घटना, बीते सोमवार की रात में कटेया थाना क्षेत्र के पटखौली गांव में 22 वर्षीय कृष्ण कुमार गुप्ता की बेरहमी से हत्या कर शव उसके घर के पास फेंक दिया गया।
ग्रामीणों ने खून के धब्बों के आधार पर दो लोगों को आरोपी बताया। पुलिस ने एक महिला समेत दोनों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी होते ही भीड़ भड़क गई और आरोपितों पर हमला कर दिया था। स्थिति संभालने के प्रयास में एसडीपीओ हथुआ आनंद मोहन गुप्ता, थानाध्यक्ष कटेया समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
चौथी घटना, बीते रविवार की रात में थावे थाना क्षेत्र में कबिलासपुर नहर के पास दुर्गा पूजा मेले में घूमने आए सिवान जिले के युवक विक्की कुमार की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। बाइक सवार युवकों ने उसे घेरकर सीने और पीठ पर कई वार किए।
पांचवीं वारदात शहर में वीएम मैदान के समीप बदमाशों ने पूर्व वार्ड पार्षद की भी चाकू से गोदकर हत्या 20 सितंबर को कर दी थी। पिछले कुछ ही महीनों में इस तरह की आधा दर्जन घटनाओं ने जिले को दहला दिया है।
जानकारों के मुताबिक चाकू अपराधियों की पहली पसंद बनने के पीछे कई कारण हैं यह आसानी से उपलब्ध है, सस्ता है और वारदात के बाद सबूत मिटाना आसान है। यही वजह है कि अपराधी अब गोली चलाने से भी ज्यादा तेजी से चाकू से वार करने लगे हैं।
नया ट्रेंड पूरे गोपालगंज जिले के लिए खतरे की घंटी बना
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले लूटपाट या गैंगवार में ही गोली चलती थी, लेकिन अब छोटी कहासुनी से लेकर आपसी रंजिश तक में चाकू चलने लगा है। अपराधी बिना किसी संकोच के वार कर रहे हैं। यह नया ट्रेंड पूरे गोपालगंज जिले के लिए खतरे की घंटी बन गया है।
इधर, इन घटनाओं को लेकर पुलिस पदाधिकारियों का कहना है कि चाकूबाजी की बढ़ती घटनाओं को गंभीरता से लिया गया है। संदिग्धों पर निगरानी बढ़ाई गई है और मेलों व भीड़भाड़ वाले इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। बावजूद इसके लगातार हो रही घटनाएं पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल खड़े कर रही है।
क्या कहते हैं एसपी
लगभग सभी घटनाओं में पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी कर चुकी है। एक मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जल्द ही उसमें भी गिरफ्तारी की जाएगी। साथ ही पुलिस ने दुर्गा पूजा के दौरान मेले करीब 20 युवकों को चाकू से साथ अभियान चलाकर गिरफ्तार किया गया था। - अवधेश दीक्षित, एसपी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।