Bihar Politics: 3% वाला उपमुख्यमंत्री तो 17% वाला मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता? ओवैसी ने उठाया सवाल
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उचकागांव में चुनावी सभा में कहा कि अगर तीन फीसदी वाला उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो 17 फीसदी वाला मुख्यमंत्री क्यों नहीं? उन्होंने आरएसएस पर आजादी की लड़ाई में भूमिका न निभाने का आरोप लगाया। ओवैसी ने मोदी, नीतीश और लालू पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें जनता की चिंता नहीं है।

3% वाला उपमुख्यमंत्री तो 17% वाला मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता? ओवैसी ने उठाया सवाल
संवाद सूत्र, उचकागांव (गोपालगंज)। तीन फीसदी वाला उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो 17 फीसदी वाला मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता? यह सवाल एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को उचकागांव प्रखंड के छोटका सांखे पंचायत सरकार भवन परिसर में आयोजित एक चुनावी सभा में उठाया। वे गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी अनस सलाम के समर्थन में वोट मांगने पहुंचे थे। ओवैसी को सुनने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि आरएसएस के किसी भी सदस्य ने आजादी की लड़ाई में अपनी जान नहीं दी, न ही कोई जेल गया।
उन्होंने कहा कि देश को आजाद कराने वालों में संघ की कोई भूमिका नहीं रही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी को जनता की चिंता नहीं है नीतीश कुमार को राजगीर की, मोदी को गुजरात की और लालू प्रसाद को अपने बेटे की चिंता है।
ओवैसी ने कहा कि मुसलमान अब किसी के झांसे में आने वाले नहीं हैं। दशकों से मुसलमानों के वोट का इस्तेमाल सत्ता हासिल करने के लिए किया गया, लेकिन बदले में इस समुदाय को सिर्फ उपेक्षा मिली। उन्होंने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई होगी, मुसलमानों को अब अपना हक खुद लेना होगा।
राजद और एनडीए पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि लालू का 15 साल जंगलराज पार्ट-1 था, जबकि मौजूदा एनडीए सरकार जंगलराज पार्ट-2 है। दोनों ने मुसलमानों को वोट बैंक बनाकर सिर्फ सत्ता का सुख भोगा। भाजपा ने एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया यह है प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास’ की हकीकत।
महागठबंधन और वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि महागठबंधन में तीन फीसदी वाला उपमुख्यमंत्री बनने का दावा कर सकता है, लेकिन 17 फीसदी वाला मुख्यमंत्री बनने का सपना क्यों नहीं देख सकता? 17 फीसदी वाले मुसलमान अपने ही वोट से किसी और को मुख्यमंत्री बना सकते हैं तो खुद क्यों नहीं बन सकते।
सभा की अध्यक्षता पूर्व मुखिया रहमत अली ने की, जबकि संचालन पार्टी जिलाध्यक्ष फरहान शेख ने किया। मौके पर पार्टी के कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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